Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 153)
दोस्ती तो एक नाम हैं वफ़ा का...!!
औरो के लिए चाहे कुछ भी हो !
हमारे लिए तो दोस्ती हसीन तोफा हैं खुदा का !!
(२) भूल कर तो देखो एक बार हमें !
जिंदगी की हर अदा तुमसे रूठ जाएगी !!
जब भी सोचोगे अपनों के बारे में !
तुम्हे हमारी याद जरुर आएगी !!
(३) तू मेरी चाहत पर एक एहसान कर !
अपने सारे गम तू मेरे नाम कर....!!
जो लम्हे रुलाते हैं तुझे याद बनकर !
वो आंसू मेरी नजरो के नाम कर...!!
(४) दर्द में दर्द की तलाश कब तक !
जो नहीं आए उसका इंतज़ार कब तक !!
खुद के यकीन पर अब तो शक हो चला हैं !
एक झूठी आस पर ये ख्वाब कब तक...!!
(५) दिल में एक छोटासा आशियाना हैं !
वहाँ पे एक छोटासा नजराना हैं....!!
पर ये बात सब से छुपाना हैं...!
की वाही पे तो जान आपका ठिकाना हैं !!