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15 अक्तूबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 153)

(१) दोस्ती तो एक झोका हैं हवा का !
दोस्ती तो एक नाम हैं वफ़ा का...!!
औरो के लिए चाहे कुछ भी हो !
हमारे लिए तो दोस्ती हसीन तोफा हैं खुदा का !!

(२) भूल कर तो देखो एक बार हमें !
जिंदगी की हर अदा तुमसे रूठ जाएगी !!
जब भी सोचोगे अपनों के बारे में !
तुम्हे हमारी याद जरुर आएगी !!

(३) तू मेरी चाहत पर एक एहसान कर !
अपने सारे गम तू मेरे नाम कर....!!
जो लम्हे रुलाते हैं तुझे याद बनकर !
वो आंसू मेरी नजरो के नाम कर...!!

(४) दर्द में दर्द की तलाश कब तक !
जो नहीं आए उसका इंतज़ार कब तक !!
खुद के यकीन पर अब तो शक हो चला हैं !
एक झूठी आस पर ये ख्वाब कब तक...!!

(५) दिल में एक छोटासा आशियाना हैं !
वहाँ पे एक छोटासा नजराना हैं....!!
पर ये बात सब से छुपाना हैं...!
की वाही पे तो जान आपका ठिकाना हैं !!

2 Post a Comment:

Mohsin ansari 11 जनवरी 2012 को 9:56 pm बजे  

क्या गज़ब का जखीरा है शायरियोँ का...

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