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6 जनवरी 2009

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 5)

(1) मुबारक हो तुम्हे नववर्ष का महिना !
चमको तुम जैसे फागुन का महिना !!
पतझर न आये तेरी जिन्दगी में !
यही हैं दोस्त अपनी तम्मना !!

(2) हस गुजरेगा साल नया हमें एतवार हैं !
बसे परदेश तो क्या, नहीं कम प्यार हैं !!
ख्वाबे मत देखना, आवाज़ रहता जिगर ख़याल हैं !
मिलेगी इजाजत जानेमन लौट पहनाना बाँहे हार हैं !!

(3) जब से ये नया साल आया !
जुबा पे तेरा नाम लाया !!
छुपते - छुपते मिलना हैं होता !
मुहब्बत में कैसा मुकाम लाया !!

(4) मंजिले आसान सारे मुस्किले वे नूर हो !
दिल की जो हो तम्मना वो हमेशा दूर हो !!
लब पे लब की बात हो, खुशियों में सिमटी जिन्दगी !
गम भरी पारछाइया आँचल से लाखो दूर हो !!

(5) ये फूल ये खुशबू ये बहार !
तुमको मिले ये सब उपहार !!
आसमा के चाँद और सितारे !
इन सब से तुम करो सृंगार !!
तुम खुश रहों आवाद रहों......
खुशियों का हो ऐसी फुहार !
हमारी ऐसी दुआ हैं हजार !!
दामन तुम्हारा छोटा पर जाए !
जीवन में मिले तुम्हे इतना प्यार !!

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