पति-पत्नी की बस यात्रा (चुटकुले)
(1) पति-पत्नी बस में यात्रा कर रहे थे। पास ही एक युवती खड़ी थी। तभी युवती ने पति को एक थप्पड़ मारा और कहा- 'तुमने मुझे चुटकी काटी?'
पति अपनी पत्नी की तरफ देखकर बोला- 'मैंने चिकोटी नहीं काटी।
पत्नी- 'जानती हूँ, तुम्हें मजा चखाने के लिए मैंने ही उसे चिकोटी काटी थी।'
(2) एक युवती का बचपन से ही कोई रोमांस नहीं हुआ था। एक दिन उसने बड़ा रोमांचक सपना देखा- वह एक वन में घूमने जा रही है, तभी एक सुंदर तरुण झाड़ी के पीछे से निकलकर उस पर झपटा। वह भागी लेकिन एक घने पेड़ की मधुर छाया में तरुण ने उसे पकड़ ही लिया।
युवती हकबकाई- तु....तुम क्या करने जा रहे हो?
युवक शैतानी से मुस्कराकर बोला- तुम बताओ। यह तुम्हारा सपना है।
युवती बोली- इस मादक प्रेम का परिणाम क्या है?
युवक- 'आत्मसमर्पण' जिसका पहला छोर विवाह है और दूसरा मातृत्व।
(3) पति ने खीज कर पत्नी से कहा- तुम्हारे भद्दे पहनावे को देखकर तो यही लगता है कि तुम्हें अमेरिका में पैदा होना चाहिए था।
पत्नी ने सहज भाव से जवाब दिया- हो सकता है कि भगवान मुझे अमेरिका में ही गिराना चाह रहे हों, लेकिन पृथ्वी के घूमने के कारण मैं भारत में गिर गई और तुम्हारी पत्नी बनने का सौभाग्य प्राप्त हो गया।
(4) एक युवती ने अपना प्रेमी सहेली को दिखाया तो वो बोली- 'लड़का तो ठीक-ठाक है, पर जब हँसता है तो इसके दाँत बिलकुल भी अच्छे नहीं लगते।'
युवती बोली- 'वैसे भी मैं शादी के बाद इसे हँसने का मौका ही कब दूँगी।'
(5) आधी छुट्टी के दिन तीन बच्चे बतिया रहे थे। पहले बच्चे ने कहा- मेरे पापा सबसे तेज दौड़ते हैं। वे तीर चला कर दौड़ते हैं तो तीर से पहले निशाने तक पहुँच जाते हैं।
दूसरे ने कहा- यह तो कुछ भी नहीं। मेरे पापा राइफल की गोली चलाते हैं और उससे पहले टारगेट तक पहुँच जाते हैं।
तीसरे ने कहा- अरे! तुम दोनों तो जानते ही नहीं कि स्पीड क्या होती है? मेरे पापा सरकारी कर्मचारी है। उनकी छुट्टी शाम 6 बजे होती है और वे पौने चार बजे ही घर पहुँच जाते हैं।