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28 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 132)

(१) अपने दिल को अगर दुखाना हैं !
बहारों में अगर घर जलाना हैं....!!
प्यार करो एक बेवफा से !
अगर मोहब्बत को आजमाना हैं !!

(२) दिल में सिर्फ आप हो और कोई खाश कैसे होगा !
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा !!
हिचकियाँ कहती हैं आप मुझे याद करते हो !
पर बोलोगे नहीं तो मुझे ये एहसास कैसे होगा !!

(३) आँखों में आँसू की जगह न हो !
मेरे पास आपको भुलाने की वजह न हो !!
अगर भूल जाऊ किसी तरह तो....!
खुदा करे जिंदगी की अगली सुबह न हो !!

(४) धुप तेज़ हैं साया नहीं !
दर्द ऐसा हैं रोना आया नहीं !!
तेरे सिवा किसी को अपना माना नहीं !
क्योकि किसी को तेरे जैसा रब ने बनाया नहीं !!

(५) कल रात वो मिली ख्वाब में !
हम ने पूछा क्यों ठुकराया आपने !!
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे !
फिर कैसे पूछता क्यों रुलाया आपने !!

22 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 131)

(१) हम अपना दर्द किसी को कहते नही !
वो सोचते हैं की हम तन्हाई सहते नही !!
आँखों से आँसू निकले भी तो कैसे !!
क्योकि सूखे हुवे दरिया कभी बहते नही !!

(२) दर्द होता नही दुनियाँ को दिखाने के लिए !
हर कोई रोता नही आँसू बहाने के लिए !!
रूठने का मज़ा तो तब आता हैं दोस्तों...!
जब अपना हो कोई मनाने के लिए...!!

(३) हर तरफ कोई कीनारा न होगा !
गैरों का क्या अपनों का भी सहारा न होगा !!
कर लो आजमाइश तुम सारी दुनियाँ की !
मेरे जैसा कोई और दोस्त तुम्हारा न होगा !!

(४) वक्त गुजर जाएगा याद आया करेगी !
हमारी बाते आपको अकेले में गुदगुदाया करेगी !!
याद करते और याद आया करना...!
दूरियाँ नजदीकियों में बदल जाया करेगी !!

(५) जहाँ तुम्हारा कदम पर जाता हैं !
वहा हम भी चले जाते हैं...!!
दिल को वहा एक आस ले जाती हैं !
क्या करे तुम्हे देखने को जो ये आँखे तरश जाती हैं !!

16 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 130)

(१) हम उठ के चले तेरे महफिल से !
पीछे से तुम ने पुकारा भी नहीं....!!
फिर खुद ही रुक गए कदम मेरे !
क्योंकी तेरी मोहब्बत के बिना मेरा गुजारा नहीं !!

(२) तुम दूर हो कर भी मेरे करीब हो !
मेरे दिल से पूछो कितने अज़ीज़ हो !!
अपनी हथेली को कभी गौर से देखना !
सायद किसी लकीर में मेरा भी नसीब हो !!

(३) होठों की जूबा ये आंशु कहते हैं !
जो चुप रहते हैं फिर भी बहते हैं !!
इन आंशुओ की किस्मत तो देखिये !
ये उनके लिए बहते हैं जो इन आँखों में रहते हैं !!

(४) जरुर किसी ने दिल से पुकारा होगा !
एक बार तो चाँद ने भी आपको निहारा होगा !!
मायूस हो गए होंगे आसमान के सितारे...!
जब जमीन पे खुदा ने आपको उतारा होगा !!

(५) उनकी ख़ामोशी से मुझे डर लगता हैं !
दूर न हो जाए वो मुझसे ऐसा क्यों लगता हैं !!
दुनियाँ से उसे छीन लेने का हौसला हैं मुझमे !
पर शायद वो साथ न दे ऐसा क्यों लगता हैं !!

14 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 129)

(१) अगर जानते राह-ए-वफा पे साथ न दोगे !
तो हम तेरे वादों पे ऐतबार न करते...!!
अगर वाकिफ होते तेरी बेवफाई से तो !
भूल से भी तुम से प्यार नहीं करते...!!

(२) नदी जब किनारा छोर देती हैं !
राह की चट्टान तक तोर देती हैं !!
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो !
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं !!

(३) तेरी सज़ा तब तक कबूल हैं मुझे !
जब तक मेरे शरीर में जान हैं....!!
कैसे दुश्मनों से गिला करू मैं !
जब मेरे अपने ही मुझ पे मेहरबान हैं !!

(४) उनकी चाहत में दिल मजबूर हो गया !
बेवफाई करना उनका दस्तूर हो गया !!
कसूर उनका नहीं मेरा था....!
हमने चाहा ही इतना की उनको गुरुर हो गया !!

(५) दिल के तारो को मेरे छेर गया कोई !
मेरे जजबातों से खेल गया कोई !!
हम खो गए हैं राह दिखा दे कोई !
आज हम अकेले हैं उनको ये बता दे कोई !!

11 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 128)

(१) वो गई जो हाथ छोर कर !
अब तनहा चलना सिख रहे हैं !!
हर बार मनाया उसको हमने !
अब खुद को मनाना सिख रहे हैं !!

(२) दूर तक तन्हाई का सफर हैं !
न कोई साथी न हमसफर हैं !!
चलते हैं दिल के सहारे ये सोच कर !
की अगले ही मोड़ पे खुशियों का सहर हैं !!

(३) डूबते हैं तो पानी को दोष देते हैं !
गिरते हैं तो पत्थर को दोष देते हैं !!
इंशान भी क्या अजीब हैं दोस्तों....!
कुछ कर नहीं पाता तो किस्मत को दोष देता हैं !!

(४) जिंदगी बन के तेरे जान से गुजर जाऊँगा !
ऐसे न सता मैं तेरे दिल में उतर जाऊँगा !!
मैं तो तेरे प्यार का एक हार हूँ.....!
एक मोती भी टुटा तो बिखर जाऊँगा !!!

(५) उनकी किस्मत का भी कैसा सितारा होगा !
जिसको मेरी तरह तक़दीर ने मारा होगा !!
किनारे पे बैठे लोग भला ये क्या जाने...!
डूबने वालों ने किस - किस को पुकारा होगा !!

8 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 127)

(१) यारो के बिच याराना सिख गए !
थोरा सुर लगाया और तराना सिख गए !!
सब कुछ ठीक था अपने जिंदगी में...!
गलत तो तब हुआ जब दिल लगाना सिख गए !!

(२) एक दिन इस दुनियाँ से हम चले जायेंगे !
हजारों तारों में हम आपको नज़र आयेंगे !!
आप कोई ख्वाइश खुदा से माँगना....!!
हम उसे पूरा करने के लिए उसी वक्त टूट जायेंगे !!

(३) मेरे आगोश में मरने की दुवा करती थी !
वो मुझे अपनी जिंदगी कहा करती थी !!
बात किस्मत की हैं जो जुदा हो गए हम !
वर्ना वो मुझे अपनी तक़दीर कहा करती थी !!

(४) आज हर - एक पल खुबसूरत हैं !
दिल में सिर्फ दोस्ती की सूरत हैं !!
कुछ भी कहे ये दुनियाँ हमको...!
हमें दुनियाँ से ज्यादा दोस्तों की जरुरत हैं !!

(५) फूलों को खिलना सिखाया नहीं जाता !
काँटों को चुभना बताया नहीं जाता...!!
कोई बन जाता हैं खुद से अपना !
वर्ना हर किसी को अपना बनाया नहीं जाता !!

7 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 126)

(१) भले ही किसी गैर की जागीर थी वो !
पर मेरे ख्वाबो की तस्वीर थी वो....!!
मुझे मिलती तो वो कैसे मिलती !
किसी और के हिस्से की तकदीर थी वो !!

(२) एक कसक दिल में दबी रह गई !
जिंदगी में उनकी कमी रह गई...!!
इतनी उल्फत के बाद भी वो मुझे न मिली !
शायद मेरी किस्मत में ही कुछ कमी रह गई !!

(३) अधूरी ख्वाइस पूरी हो जाए !
मुझे याद करना उनकी मज़बूरी हो जाए !!
ऐ खुदा कुछ ऐसी तकदीर बना दे मेरी !
की उनकी हर ख़ुशी हमारे बिना अधूरी हो जाए !!

(४) याद न करोगे तो भुला भी न सकोगे !
मेरे ख़याल को अपने दिल से मिटा न सकोगे !!
एक बार जो देख लो मेरे दिल की ज़ख्म !
फिर सारी जिंदगी कभी मुस्कुरा न सकोगे !!

(५) कभी फूल कभी हवा बन के छा जायेंगे !
हम तो मर कर भी आपका साथ निभा जायेंगे !!
कभी आप तन्हाई में याद करना हमें...!
हँसी बनकर आपके होंठो पे उतर जायेंगे !!

3 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 125)

(१) सोचा था न होंगे जिंदगी में रुसवा !
पर प्यार की रुसवाई तबाह कर गई !!
गए थे महफिल में गम बुलाने के लिए !
वहा भी तन्हाई अपनी फर्ज अदा कर गई !!

(२) रात - दिन रुलाता हैं इंतज़ार तेरा !
कभी कम न हो प्यार तेरा....!!
अब तो आजाओ की बहुत उदास हैं दिल !
सांसो की तरह लाज़मी हैं दीदार तेरा !!

(३) रब ने इश्क का रिश्ता बना दिया !
किसी को दुस्मन किसी को कातिल बना दिया !!
डूब न जाए कोई इश्क के दरिया में...!
इसी लिए आप जैसे लोगों को साहिल बना दिया !!

(४) बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर !
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर !!
जिस्म में दर्द का बहाना बना के.....!
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर !!

(५) जब आप का नाम जुबान पर आता हैं !
पता नहीं दिल क्यों बेकरार हो जाता हैं !!
तसली हैं दिल को आप सिर्फ मेरे हो !
फिर बेकरार दिल को करार आ जाता हैं !!

1 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 124)

(१) अपनी साँसों में महकता पाया हैं आपको !
हर ख्वाब में हमने बुलाया हैं आपको !!
क्यों न करे हम याद आपको....!
जब रब ने हमारे लिए बनाया हैं आपको !!

(२) मेरी वफ़ाये हैं उनकी वफ़ाओ के सामने !
जैसे कोई चिराग हो हवाओ के सामने !!
किश्मत तो चाहती हैं तवाही मेरी....!
लेकिन मजबूर हैं किसी की दुवाओ के सामने !!

(३) एक सच्चा दिल सब के पास होता हैं !
फिर क्यों नहीं सब पे विश्वास होता हैं !!
इंसान चाहे कितनो भी आम हो....!
वो किसी न किसी के लिए जरुर खास होता हैं !!

(४) धीरे - धीरे उम्र कट जाती हैं !
जिंदगी यादों की किताब बन जाती हैं !!
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती हैं !
और कभी यादों के सहारे जिंदगी कट जाती हैं !!

(५) हुवा जो गम तुम्हे दर्द कही और होगा !
हंसों जो तुम तो खुश कोई और होगा !!
सोचो तो जरा उस अनजान शक्स के बारे में !
वो अनजान मेरे सिवा और कौन होगा !!

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