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20 अक्तूबर 2012

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 160)

(1) यादों में तेरी आहे भरता हैं कोई,
हर साँस के साथ तुझे याद करता हैं कोई,
मौत सच हैं एक दिन आनी हैं लेकिन,
तेरी याद में हर रोज़ मरता हैं कोई!



(2) पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं,
वो सोचती हैं की हम कभी रोये ही नहीं,
वो पूछती हैं की ख्वाबो में किसे देखते हो?
और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं!



(3) तुझे चाहा भी तो इजहार न कर सके,
कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके,
तुने माँगा भी तो अपनी जुदाई मांगी,
और हम थे की इंकार न कर सके!



(4) तू देख या न देख, तेरे देखने का ग़म नहीं,
तेरा न देखना भी तेरे देखने से कम नहीं,
सामिल नहीं हैं जिसमे तेरी यादे ......
वो जिन्दगी भी किसी जहनुम से कम नहीं!



(5) दिल के बाज़ार में दौलत नहीं देखि जाती,
प्यार हो जाये तो सूरत नहीं देखि जाती,
एक साथी पे लुटा दो अपना सब कुछ,
क्योकि पसंद हो चीज तो किम्मत नहीं देखि जाती!

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