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14 मार्च 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 47)

(१) हकीकत को समझा करीब आने के बाद !
समझा मोहब्बत को दिल लगाने के बाद !!
मुझे अपना गम नहीं, दुःख उनका हैं !
कौन चाहेगा इतना उसे मेरे जाने के बाद !!


(२) प्यार नाम हैं सुख दुःख के कहानी का !
प्यार राज़ हैं सदा मुश्कुराने का !!
ये कोई पल दो पल की पहचान नहीं !
फर्ज हैं उम्र भर साथ निभाने का !!


(३) काश ये जिंदगी इतनी हंसी होती !
हम चाहते और मंजिल करीब होती !!
कहने को तो सब अपने हैं !
काश कोई ऐसा होता....
जिसे मेरे दर्द से तकलीफ होती !!


(४) चिरागों से न पूछो तेल कितना हैं !
साँसों से न पूछो बांकी खेल कितना हैं !!
पूछो कफ़न में लिपटे लाश से...!
ज़िन्दगी में गम, और कफ़न में चैन कितना हैं !!


(५) ख्वाबो में तेरी खोया हैं कोई !
तस्वीर देकते ही रोया हैं कोई !!
न हो यकीन तो आना मेरे कब्र पर !
देखना तेरी यादों को लेकर सोया हैं कोई !!

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