Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 51)
(१) दोस्ती जीने का पैगाम होती हैं ! 
दोस्ती सब रिश्तो से अनजान होती हैं !! 
बीना दोस्ती का जीना बहुत ही मुश्किल हैं ! 
क्योकि एक दोस्त में दुसरे दोस्त की जान होती हैं !! 
(२) कैसे कहे की जिंदगी क्या देती हैं ! 
हर कदम पे ये दगा देती हैं !! 
जिनकी जान से भी ज्यादा किम्मत हो दिल में ! 
उन्ही से दूर रहने की सजा देती हैं !! 
(३) उसे दिल की हर बात सुनाना चाहूँ ! 
उसे मैं अपना बनाना चाहूँ !! 
मुझे आज भी हैं याद कुछ वो हसीन लम्हे ! 
जिसे भूल के भी मैं भुला न पाऊ !! 
(४) सपना मैं ये कैसा संजो लिया ! 
उसे पाने की चाह में सबकुछ खो दिया !! 
लोगो ने कहा मेरे दर्द का इलाज हैं रब के पास ! 
जब जख्म दिखाया तो रब भी रो दिया !! 
(५) आपकी ख़ुशी की चाह करते हैं ! 
बस इतना सा गुनाह करते हैं !! 
आज आपकी इंतज़ार में बैठे हैं हम ! 
देखना हैं आप हमें कब याद करते हैं !!
 
 
 

0 Post a Comment:
एक टिप्पणी भेजें