Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 48)
(१) तकदीर के रंग कितने अजीब होते हैं !
अज़नबी रिश्ते हो फिर भी करीब होते हैं !!
किसी को दोस्त आपके जैसा नहीं मिला !
मुझे अंजाने में आप मिले ये मेरा नसीब हैं !!
(२) क्यों कोई चाह कर भी मोहब्बत निभा नहीं पाता !
क्यों कोई चाह कर भी रिश्ता बना नहीं पाता !!
क्यों लेती हैं जिंदगी ऐसी करवट...
कोई चाह कर भी प्यार जता नहीं पाता !!
(३) कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बन कर !
वो मिलते भी हैं तो एक किनारा बनकर !!
हर ख्वाब हैं कांच की तरह टूटे....
एक यकिन ही हैं साथ सहारा बन कर !!
(४) वो हमें राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं !
खुद ब-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !!
जिंदगी तू ने तो हमसे वफ़ा न की....
फिर भी हम तुझे ठुकराए ये जरुरी तो नहीं !!
(५) आज मोहब्बत से मुलाकात हो गई !
मेरे दिल की बातों में वो इस कदर खो गई !!
जब पूछा मैंने की आती हैं याद मेरी...
तो वो खामोश होकर मेरी बाहों में सो गई !!
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