.....

15 फ़रवरी 2010

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 10)

(1) ग़म में हँसने वाले को रुलाया नहीं जाता !
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता !!
होने वाले हो जाता हैं खुद ही दिल से अपने !
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता !!



(2) आशिक आँखों ही आँखों में बात समझ लेते हैं !
सपनो में मिलने को मुलाकात समझ लेते हैं !!
रोता हैं ये आसमा भी ज़माने के लिए .....
पागल हैं लोग उसे बरसात समझ लेते हैं !!



(3) जो खो जाता हैं मिलके जिन्दगी में !
गज़ल हैं नाम उसका शायरी में !!
निकल आते हैं आंसू हस्ते - हस्ते !
ये किस ग़म की कसक" हैं हर ख़ुशी में !!



(4) हमें हँसने - हँसाने की आदत हैं !
नजरो से नज़रे मिलाने की आदत हैं !!
पर हमारी तो नज़र उनसे हैं जा मिली !
जिन्हें नज़र झुकाके सर्माने की आदत हैं !!



(5) दिल करता हैं मेरा की कोई रात ऐसा आए !
देखे जो साथ हमको फिर लौट के ना जाए !!
मैं तुमसे कुछ ना बोलू, तू मुझसे कुछ ना बोले !
खामौसियाँ भी सोचे की ये कौन सी अदा हैं !!

एक टिप्पणी भेजें

  © Shero Shairi. All rights reserved. Blog Design By: Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP