कसूर क्या हुआ...
कसूर क्या हुआ ऐसा हमे तो बता दीजिये
प्यार को हमारे यु ना सजा दीजिये
रुसवा ना करे प्यार को हमारे
बहारो को भी यु ना सजा दीजिये
कई रातो से नहीं सोया
सपनो को भी यु ना सजा दीजिये
चांदनी भी है खफा
क्यूँ चाँद को तो बता दीजिये
तोलते हो प्यार को कीस मोल के हिसाब
रहने दो बस मोल तो बता दीजिये
वफ़ा वक़्त कि ना सही
हमे बेवफा तो ठैरा दीजिये
चले थे साथ-साथ जो प्यार कि राह
अब मंजिल है कहाँ यह तो बता दीजिये
मांगेगी फिजाये बरसो तलक यह हिसाब
हिसाब करना तो एक बार समझा दीजिये
By: मुरली कुमार
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r.a
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