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30 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 123)

(१) कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !!
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले...!
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!

(२) नज़रों को आंसुओ की कमी नहीं होती !
फूलों को बहारों की कमी नहीं होती...!!
आप क्यूँ इस न चीज को याद करोगे !
आप तो आसमा हो और आसमा को सितारों की कमी नहीं होती !!

(३) आए मेरे नादान दिल रोते नहीं !
कुछ अपने होके भी पास होते नहीं !!
ज़रा सी फासलों से उदाश कैसे....!
दिल में बसने वाले कभी दूर होते नहीं !!

(४) इश्क दो जिंदगी का अफसाना हैं !
इश्क का अपना ही एक तराना हैं !!
पता हैं सब को मिलेंगे सिर्फ आंसू !
पर न जाने दुनियाँ में हर कोई क्यूँ इश्क का ही दीवाना हैं !!

(५) न हुवा हूँ बेवफा बस बदल सा गया हूँ !
प्यार की बातें करने से संभल सा गया हूँ !!
टुटा जो दिल तो दर्द हुवा इतना....!
मिले जख्मो से कुछ संभल सा गया हूँ !!

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