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18 फ़रवरी 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 42)

(१) अपनी जगह पे तो सब ठीक हैं !
पर कहीं दोस्ती, तो कही इश्क वीक हैं !!
क्यों नहीं आता तरश उन लोगों को ?!
जिनसे आशिक मांगते अपने प्यार की भीख हैं !!


(२) न मिले किसी का साथ तो हमें याद करना !
तन्हाई महसूस हो तो हमें याद करना !!
खुशियाँ बाटने के लिए दोस्त हजारो रखना !
जब गम बाटने हो तो हमें याद रखना !!


(३) उनके ख़ामोशी से हम नाराज़ थे !
शायद ही जुबान पे कोई अल्फाज़ थे !!
जिन्हें बता दिया सबकुछ हमने !
उनके दिल में ही छुपे हमारे राज़ थे !!


(४) पीना चाहा तो ज़हर नहीं हैं !
डूबना चाहा तो लहर नहीं हैं !!
मरना चाहा जब उसकी याद में !
मौत भी हँस के बोली, अभी तेरी उमर नहीं हैं !!


(५) कोई ख्वाईश तेरी अधूरी न रहे !
चाहे जिसे तू उस से दुरी न रहे !!
खुशियों के फूल इतने खिले तेरे जीवन में !
की हमारी याद भी तेरे लिए ज़रूरी न रहे !!

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