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5 फ़रवरी 2011

ताला बंद...

(१) एक दिन रमन ने घर का दरवाजा उखाड़ा और कंधे पर रखकर बाजार की ओर चला!
चमन- कहाँ जा रहे हो भाई, दरवाजा बेचना है?
रमन- अरे नहीं, देख नहीं रहे ताला बंद है। उसे ही खुलवाना है!

(२) पहला आदमी (दूसरे से)- नेता जिंदगी में सिर्फ एक ही बार सच बोलता है!
दूसरा- कब?
पहला- जब वो कबूल करता है कि वो झूठ बोल रहा है!

(३) माँ (बच्चों से)- इस हफ्ते जो ज्यादा शैतानी नहीं करेगा। मेरी ओर से उसे एक इनाम दिया जाएगा!
बच्चे- कोई फायदा नहीं माँ। हमें पता है, यह इनाम हमेशा की तरह डैडी को ही मिलेगा!

(४) टिंकी- माँ देखो ना! हमारा डॉगी मेरी किताब चबा गया!
माँ- डंडा ला..! मैं अभी उसकी खबर लेती हूँ!
टिंकी- उसको सजा तो मैंने ही दे दी माँ। उसके कटोरे में जो दूध आपने रखा था वो मैं पी गई!

(५) बॉस ने अपनी नई स्टेनो को एक लंबी चिट्ठी डिक्टेट कराई और अंत में पूछा- मिस मेरी, कुछ पूछना हो तो बताओ?
स्टेनो- सर आपने डिअर सर और यूअर्स फैथफुली के बीच में क्या लिखवाया था? वह बता दीजिए...

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