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12 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 62)

(१) चाहने से कोई चीज अपनी तो नहीं होती !
हर मुश्कुराहत अपनी तो नहीं होती !!
पाना तो सभी चाहते हैं बहुत कुछ !
मगर कभी वक्त तो कभी किश्मत साथ नहीं होती !!
 
(२) जीने की नई अदा दी हैं !
खुश रहने की उसने दुवा दी हैं !!
एय खुदा उसे सारा जहाँ देना !
जिसने मुझे अपने दिल में जगह दी हैं !!
 
(३) मेरी बर्बादी पे तू मज़ाक न करना !
भूल जाना मुझे मेरा खयाल न करना !!
तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न भी ओढ़ लेंगे !
तू मेरी लाश से कोई सवाल न करना !!
 
(४) लहरों से समंदर की गहराई नहीं मिलती !
पंख होने से आकाश की उचाई नहीं मिलती !!
यूँ तो कट जाता हैं वक्त उलझनों में !
पर आप की यादों से ही कभी रिहाई नहीं मिलती !!
 
(५) जो सफ़र की सुरुवात करते हैं !
वो मंजिल को पार करते हैं !!
बस एक बार चलने का हौसला रखिए !
अच्छे इन्सान का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं !!

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