Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 21)
(1) हम नजरो से दूर हैं आँखों से नहीं !
हम ख्वाबो से दूर हैं खयालो से नहीं !!
हम दिल से दूर हैं धड़कनो से नहीं !
हम आपसे दूर हैं आपके यादो से नहीं !!
(2) फूलो का क्या हैं? ये खिलते हैं बिखर जाते हैं !
लोग दुनियाँ में मिलते हैं बिछर जाते हैं !!
मुश्किल होता हैं भूलना उन लोगों को !
आँखों के रास्ते जो दिल में उतर जाते हैं !!
(3) सबसे उसने दोस्ताना बना रखा हैं !
हर किसी को अपना दीवाना बना रखा हैं !!
हर कोई देख लेता हैं उसकी सूरत में अपनी सूरत !
जैसे उसने अपनी सूरत पे कोई आईना लगा रखा हैं !!
(4) ख़ुशी तलास ली मैंने गम के आशियाने में !
अब कोई और क्या देगा मुझे इस ज़माने में !!
कोई किसी के लिए इतना बेरहम न बने !
जितना दुनियां बन गई मुझको सताने में !!
(5) तेरी इस रुख को परखना मुश्किल हैं !
तेरी हर अदा को समझना मुश्किल हैं !!
कही तेरे इस बेरुखी से टूट न जाऊ !
क्योकि अब टूटकर सम्भलना मुश्किल हैं !!
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