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4 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 92)

(१) ख्वाब की हर एक गली देखि !
बाग में खिली हर कलि देखि !!
जो कहते थे तुम्हे भूल न पायेंगे !
मैंने उनके दरवाजे पर अपनी तस्वीर जली देखि !!

(२) आदत हैं तेरी याद आने की !
इन आँखों को तेरी एक झलक पाने की !!
हमारी तो तमन्ना हैं तुमको पाने की !
पर शायद तुम्हारी आदत हैं हमें तड़पाने की !!

(३) वक्त की गर्दिश में बह जाने दो !
जिंदगी जैसे गुजरती हैं गुजर जाने दो !!
मेरे दिल ने कभी फूलों की तमन्ना की थी !
आज कांटे ही को दामन से लिपट जाने दो !!

(४) एक अजनवी से बात क्या की !
सरे शहर को इस चाहत की खबर हो गई !!
क्यों न दोष दूँ दिल-ऐ-नादान को.....!
क्योकि दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गई !!

(५) जिंदगी ने कई सवालात बदल दिया !
वक़्त ने मेरे हालत बदल दिया.....!!
इतने बुरे भी तो नहीं थे हम !
न जाने क्यों लोगो ने अपने खयालात बदल दिया !!

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