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7 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 96)

(१) दोस्ती शायद जिंदगी होती हैं !
जो हर दिल में बसी होती हैं !!
वैसे तो जी लेते हैं हर कोई अकेले !
मगर फिर भी जरुरत आपकी हमें हमेशा होती हैं !!

(२) प्यार करे उसे कोई माफ नहीं करता !
कोई उनके साथ इंसाफ नहीं करता...!!
लोग प्यार को तो पाप कहते हैं !
पर कौन ऐसा हैं जो ये पाप नहीं करता !!

(३) हँस कर जीना दस्तूर हैं जिंदगी का !
एक यही खिस्सा मशहूर हैं जिंदगी का !!
बीते हुए पल कभी लौट के नहीं आते...!
यही सब से बरा कसूर हैं जिंदगी का !!

(४) पल - पल उनके साथ निभाते हम !
एक इशारे पर दुनियाँ छोर जाते हम !!
समंदर के बिच में फरेब किया उसने !
वो कहते तो किनारे पे ही डूब जाते हम !!

(५) अलविदा कह कर जब कोई आँखों से दूर होता हैं !
आँखें देखती हैं पर दिल मजबूर होता होता हैं !!
कोई कहे न कहे ज़ुबान से मगर....!
दिल में दर्द ज़रूर होता हैं !!

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