Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 98)
(१) वो मेरे लिए कुछ खाश हैं यारों !
जिसके लौट आने की आस हैं यारों !!
वो नज़रों से दूर हैं तो क्या हुवा !
उनके दिल की धड़कन आज भी मेरे पास हैं यारों !!
(२) सागर को छुआ तो लहरों की याद आई !
आसमान को छुआ तो तारों की याद आई !!
काँटों को छुआ तो फूलों की याद आई !
अपने दिल को छुआ तो सिर्फ आपकी याद आई !!
(३) वो मेरी चाहत को यूँ आजमाते रहे !
गैरों से मिल के दिल को जलाते रहे !!
मेरी मौत के बाद भी जालिम को न आया रहम !
ला कर फूल मेरे बाजू वाली कब्र पर चढ़ाते रहे !!
(४) नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना !
दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना !!
अच्छा नहीं लगता जब रहते हो उदाश..!
इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना !!
(५) न वफ़ा न दगा कर पाए !
न प्यार न खता कर पाए !!
मोहब्बत कर तो ली हमने उनसे !
पर कभी अपना हाल उनसे बया न कर पाए !!
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