.....

15 अक्टूबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 153)

(१) दोस्ती तो एक झोका हैं हवा का !
दोस्ती तो एक नाम हैं वफ़ा का...!!
औरो के लिए चाहे कुछ भी हो !
हमारे लिए तो दोस्ती हसीन तोफा हैं खुदा का !!

(२) भूल कर तो देखो एक बार हमें !
जिंदगी की हर अदा तुमसे रूठ जाएगी !!
जब भी सोचोगे अपनों के बारे में !
तुम्हे हमारी याद जरुर आएगी !!

(३) तू मेरी चाहत पर एक एहसान कर !
अपने सारे गम तू मेरे नाम कर....!!
जो लम्हे रुलाते हैं तुझे याद बनकर !
वो आंसू मेरी नजरो के नाम कर...!!

(४) दर्द में दर्द की तलाश कब तक !
जो नहीं आए उसका इंतज़ार कब तक !!
खुद के यकीन पर अब तो शक हो चला हैं !
एक झूठी आस पर ये ख्वाब कब तक...!!

(५) दिल में एक छोटासा आशियाना हैं !
वहाँ पे एक छोटासा नजराना हैं....!!
पर ये बात सब से छुपाना हैं...!
की वाही पे तो जान आपका ठिकाना हैं !!

13 अक्टूबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 152)

(१) कौन जाने कब मौत का पैगाम आ जाये !
जिंदगी की आखरी शाम आ जाये....!!
हम तो ढूंढते हैं वक्त ऐसा....!
जब हमारी जिंदगी आपके काम आ जाये !!

(२) मोहब्बत के सपने दिखाते बहुत हैं !
वो रातों में हमको जगाते बहुत हैं !!
मैं आँखों में काजल लगाऊ तो कैसे !
इन आँखों को लोग रुलाते बहुत हैं !!

(३) तेरे होने पर खुद को तनहा समझू !
मैं बेवफा हूँ या तुझको बेवफा समझू !!
ज़ख्म भी देते हो मलहम भी लगाते हो !
ये तेरी आदत हैं या इसे तेरी अदा समझू !!

(४) यादें तो दिलों को और पास करती हैं !
ज़िन्दगी आप के होने पर नाज़ करती हैं !!
मत हो उदाश की आप दूर हो हमसे...!
क्योकि दूरियाँ ही रिश्तो का एहसास कराती हैं !!

(५) दोस्ती ज़िन्दगी में रौशनी कर देती हैं !
हर ख़ुशी को दोगुनी कर देती हैं.....!!
कभी झूम के बरसती हैं बंज़र दिल पे !
कभी अमावस को चांदनी कर देती हैं !!

8 अक्टूबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 151)

(१) वफ़ा करते रहे हम इबादत की तरह !
फिर इबादत खुद एक गुनाह हो गई !!
कितना सुहाना था सफर जब साथ थी तुम !
फिर क्या हुवा की मंजिल जुदा हो गई !!

(२) दिल के सारे अरमान ले जाते हैं !
हम से हमारी पहचान ले जाते हैं !!
बेपनाह न चाहना किसी को एय दोस्त !
क्योकि जान कहने वाले ही जान ले जाते हैं !!

(३) जीने के लिए जान जरुरी हैं !
हमारे लिए तो आप जरुरी हैं !!
मेरे चेहरे पे चाहे गम हो.....!
आपके चेहरे पे मुश्कान जरुरी हैं !!

(४) ये दोस्ती चिराग हैं जलाए रखना !
दोस्ती खुशबू हैं महकाए रखना....!!
हम रहे आपके दिल में हमेशा के लिए !
इतनी जगह दिल में हमारे लिए बनाए रखना !!

(५) सभ कुछ मिला सकून की दौलत नहीं मिली !
तुझसे मुलाक़ात की मोहलत नहीं मिली....!!
करने को और भी काम थे मगर !
हमको तेरी याद से फुरसत नहीं मिली !!

1 अक्टूबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 150)

(१) तू चमकती चाँद तेरी रौशनी अच्छी लगी !
तू मेरा अपना हैं तेरी दिल्लगी अच्छी लगी !!
तुझ से पहले तो न था जिंदगी का कुछ पता !
तू मिली तो तुझसे मिलकर जिंदगी अच्छी लगी !!

(२) आपके आने से जिंदगी कितनी खुबसूरत हैं !
दिल में बसाई हैं जो वो आपकी ही सूरत हैं !!
दूर जाना नहीं कभी हमसे भूल कर भी.....!
हमें हर कदम पर आपकी जरुरत हैं......!!

(३) खुद को खुद की खबर न लगे !
कोई अच्छा भी इस कदर न लगे !!
आपको देखा हैं बस उस नज़र से !
जिस नज़र से आपको नज़र न लगे !!

(४) दिल की धड़कन को धड़का गया कोई !
मेरे ख्वाबो को महका गया कोई......!!
हम तो अनजाने रास्ते पे चल रहे थे !
अचानक ही प्यार का मतलब सिखा गया कोई !!

(५) मोहब्बत करो तो धोखा न देना !
प्यार करो तो आंसुओ का तोफा न देना !!
दिल से रोए कोई आपकी याद में......!
ऐसे किसी को रोने की मौका न देना !!

29 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 149)

(१) दिल तो उसके सिने में भी मचलता होगा !
हुस्न भी सौ - सौ रंग बदलता होगा.....!!
उठती होगी जब निगाहें उनकी........!
खुद खुदा भी गीर - गीर के संभालता होगा !!

(२) बदलना आता नहीं हमको मौसम की तरह !
हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं......!!
न तुम समेट सकोगी जिसे क़यामत तक !
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते हैं !!

(३) बीते पल वापस ला नहीं सकते !
सूखे फूल वापस खिला नहीं सकते !!
कभी - कभी लगता हैं आप हमें भूल गए !
पर दिल कहता हैं की आप हमे भुला नहीं सकते !!

(४) कुछ बीते पल की यादें सजाए रखना !
कुछ आने वाला पल से आरजू लगाये रखना !!
ये पल तो यूँ ही आते - जाते रहेंगे....!
बस होठों पे अपनी मुस्कुराहट बनाए रखना !!

(५) ज़ख्म देने का अंदाज़ कुछ ऐसा हैं !
ज़ख्म देकर पूछते हैं अब हाल कैसा हैं !!
किसी एक से गिला क्या करना यारों !
सारी दुनियाँ का मिजाज एक जैसा हैं !!

24 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 148)

(१) ताजमहल दर्द की इमारत हैं !
जिसके निचे दफना किसी की मोहब्बत हैं !!
खुदा बन्दों पे करम इतना करना....!
किसी के मोहब्बत को पत्थर में दफन न करना !!

(२) दुनियाँ में कौन हैं हम बेगानों का !
जो थी वो कर गई खून अरमानो का !!
खुशियाँ क्या हैं ये हमें मालुम नहीं !
गमो से भी गहरा नाता हैं हम दीवानों का !!

(३) पत्थरो से प्यार किया नादान थे हम !
गलती हुई क्योंकी इंशान थे हम.....!!
आज जि�h�्हें नज़रे मिलाने में तकलीफ होती हैं !
कभी उसी सख्स की जान थे हम....!!

(४) मेरी चाहत ने उसे ख़ुशी दे दी !
बदले में उसने मुझे सिर्फ खामौशी दे दी !!
रब से दुवा मांगी मैंने मरने की.....!
उसने भी तड़पने के लिए जिंदगी दे दी !!

(५) बस कर उजरेंगे कभी सोचा न था !
ऐसी दुवा से गुजरेंगे कभी सोचा न था !!
कितना विश्वास था उसके प्यार पे....!
इस तरह धोखा देगी कभी सोचा न था !!

16 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 147)

(१) दिल प्यार में बेक़रार भी होता हैं !
दोस्ती में थोड़ा इंतज़ार भी होता हैं !!
होती नहीं प्यार में दोस्ती.....!
पर दोस्ती में शामिल प्यार भी होता हैं !!

(२) दूर कही मेरी नजरो में रहती हो तुम !
हर लम्हा मेरे खयालों में रहती हो तुम !!
कैसे हो किस हाल में हो तुम......?!
दिल के हर सवाल में रहती हो तुम !!

(३) कब साथ निभाते हैं लोग !
आँशु की तरह बिछर जाते हैं लोग !!
वो ज़माना और था लोग रोते थे गैरो के लिए !
आज तो अपनों को रुला कर मुस्कुराते हैं लोग !!

(४) बेवफा हैं दुनियाँ किसी का एतबार न करो !
हर पल देते हैं धोखा किसी से प्यार न करो !!
मीट जाओ उम्र भर तनहा जी कर....!
पर किसी के साथ आँखे चार न करो !!

(५) इस बेनाम रिश्ते को निभाओ किसी रोज !
जो मिले फुरसत तो पास आओ किसी रोज !!
बरसो से मेरा दिल खाली पड़ा हैं......!
तुम अपने नाम की तख्ती तो लगाओ किसी रोज !!

14 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 146)

(१) काली रात को पाने की जिद न करो !
जो न हो अपना उसे अपनाने की जिद न करो !!
समुन्दर में तूफान बहुत आते हैं.......!
साहिल पे घर बनाने की जिद न करो !!

(२) जिसे याद करके ये दिल रो रहा हैं !
वो मुझे तड़पता देख खुश हो रहा हैं !!
चुरा के आँखों से नींद मेरी.....!
वो रात को चैन से बेखबर सो रहा हैं !!

(३) हमारे लिए उनके दिल में चाहत न थी !
किसी ख़ुशी में कोई दावत न थी.....!!
मैंने अपना दिल उनके कदम में रख दिया !
पर ज़मीन पर देखना उनकी आदत न थी !!

(४) हर जज़बात को जुबान नहीं मिलती !
हर आरजू को दुवा नहीं मिलती.....!!
हँसते रहो तो दुनियाँ रहती हैं साथ !
वर्ना आंसुओं को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती !!

(५) चुपके से धड़कन में उतर जायेंगे !
राहे उल्फत में हद से गुजर जायेंगे !!
आप जो हमे इतना चाहेंगे......!
हम तो आपकी साँसों में पिघल जायेंगे !!

10 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 145)

(१) आप से जब हमारी यारी हो गई !
दुनियाँ हमारी और भी प्यारी हो गई !!
इस से पहले किसी भी चीज के आदि न थे !
पर अब आपको याद करने की बिमारी हो गई !!

(२) पहली मोहब्बत में खता कर रहा हूँ !
किसी बेवफा से वफा कर रहा हूँ.....!!
वो ठुकराए तो क्या हुवा मेरे खुदा !
तुही मिला दे उनसे ये दुवा कर रहा हूँ !!

(३) वो बेवफा निकली तो क्या हुवा !
कुछ दिन का तो साथ निभाया था !!
तड़पता हुवा छोर गया तो क्या गिला !
तड़पना भी तो उसी ने सिखाया था !!

(४) आपको दिल से सलाम करते हैं !
ज़िन्दगी का हर लम्हा आपके नाम करते हैं !!
ये और बात हैं की आपसे थोड़ा दूर हैं हम !
मगर आपको याद तो सुबह - साम करते हैं !!

(५) सोच को बदलो सितारे बदल जायेंगे !
नज़र को बदलो नज़ारे बदल जायेंगे !!
कश्तियाँ बदलने की जरुरत नहीं !
दिशाओं को बदलो किनारे बदल जायेंगे !!

9 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 144)

(१) तेरी तस्वीर भी गजब सितम ढाती हैं !
देखू तो तेरी याद चली आती हैं.....!!
अब तू ही बता जालिम मैं क्या करू !
तुझे न देखू तो मेरी जान निकल जाती हैं !!

(२) बेताब से रहते हैं तेरी याद में अक्सर !
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर !!
जिस्म में दर्द का बहाना बना के.....!
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर !!

(३) टूटे हुवे ज़ंजीर की फरियाद हैं हम !
लोग कहते हैं की आज़ाद हैं हम....!!
प्यार ने क्या दिया हमको आए दोस्तों !
कल भी बर्बाद थे आज भी बर्बाद हैं हम !!

(४) मिले हो आप तो मुझसे दूर मत जाना !
जिंदगी में अकेला मुझे छोर के मत जाना !!
खता हो गई हो तो माफ कर देना मुझे !
मगर दुसरो के सहारे हमे छोर मत जाना !!

(५) वक़्त-ऐ-सफ़र करीब हैं बिस्तर समेट लूँ !
बिखरा हुवा दर्द का दफ्तर समेट लूँ !!
फिर जाने हैं मिले न मिले यारो !
जो साथ तेरे बिताया वो मंज़र समेट लूँ !!

2 सितंबर 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 143)

(१) कोई मिला ही नहीं जिसको वफ़ा देता !
हर एक ने धोखा दिया किस - किस को सजा देता !!
ये तो हम थे की चुप रह गए वर्ना......!
दास्तान सुनाते तो महफिल को रुला देता !! 
 
(२) वो हमारे कब थे जो बेगाने हो गए !
ज़रा सी बात थी क्या फ़साने हो गए !!
क्या उसे इलज़ाम दे क्या सुनाये हालेदिल !
अब कोई होगा नया हम पुराने हो गए !!
 
(३) तू कही भी रह सर पे तेरा इलज़ाम तो हैं !
तेरे हाथों की लकीर में मेरा नाम तो हैं !!
मुझे अपना बना या न बना ये तेरी मर्जी !
पर तू मेरे नाम से बदनाम तो हैं....!!
 
(४) वक़्त की रफ्तार रुक गई होती !
शरम से आँखे झुक गई होती....!!
अगर दर्द जानती शमा परवाने का !
तो जलने से पहले ही वो बुझ गई होती !!
 
(५) किसी का दर्द जब हद से गुजर जाता हैं !
समंदर का पानी आँखों में उतर आता हैं !!
कोई तो बना लेता हैं रेत पर भी घर....!
किसी का लहरों में सब कुछ बिखर जाता हैं !!

20 अगस्त 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 142)

(१) जला देंगे अपने दिल  को दिये की तरह !
तेरी जिंदगी में रौशनी लाने के लिए.....!!
सह लेंगे चुभन को पैरों तले....!
तेरी राहों में फूल बिछाने के लिए !! 
 
(२) यादें होती हैं सताने के लिए !
कोई रूठता हैं फिर मनाने के लिए !!
रिश्ता बनाना कोई मुस्किल तो नहीं !
बस जान चली जाती हैं उसे निभाने के लिए !!
 
(३) आँशु आँखों से कभी गिर न पाए !
न दर्द हो तुझे न कभी चोट आए !!
मेरे हिस्से में ज्यादा ख़ुशी तो नहीं !
पर रब करे वो भी तुझे मिल जाए !!
 
(४) जुबान खामौश आँखों में नमी होगी !
यही बस एक दास्ता-ऐ-जिंदगी होगी !!
भरने को तो हर जख्म भर जायेंगे !
कैसे भरेगी वो जगह जहाँ आपकी कमी होगी !!
 
(५) खुशियों से नाराज़ हैं मेरी जिंदगी !
प्यार की मोहताज़ हैं मेरी जिंदगी...!!
हँस लेते हैं दुसरो को दिखाने के लिए !
वर्ना दर्द की खुली किताब हैं मेरी जिंदगी !!

17 अगस्त 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 141)

(१) कहाँ वफा का सिला देते हैं लोग !
अब तो मोहब्बत की सजा देते हैं लोग !!
पहले सजाते हैं दिलो में चाहतों का ख्वाब !
फिर ऐतबार को आग लगा देते हैं लोग !!
 
(२) कुछ सितारों की चमक नहीं जाती !
कुछ यादों की कसक नहीं जाती....!!
कुछ लोगों से होता हैं ऐसा रिश्ता !
दूर रहकर भी उनकी महक नहीं जाती !!
 
(३) आज हम भी एक नेक काम कर आए !
दिल की वसीयत किसी के नाम कर आए !!
प्यार हैं उनसे ये जानते हैं वो......!
मज़बूरी थी जो झुकी नज़रों से इनकार कर आए !!
 
(४) जिसे याद करके ये दिल रो रहा हैं !
वो मुझे तड़पता देख खुश हो रहा हैं !!
चुरा के आँखों से नींद मेरी.....!
वो रातों को चैन से बेखबर सो रहा हैं !!
 
(५) पलकों पे अपनी बिठाया हैं तुम्हे !
बरी दुवाओ के बाद पाया हैं तुम्हे !!
इतनी आसानी से नहीं मिले हो तुम !
नेशनल जूओलोजिकल पार्क से चुराया हैं तुम्हे !!

16 अगस्त 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 140)

(१) चमन से एक बिछरा हुवा गुलाब हूँ !
मैं खुद अपनी तवाही का जवाब हूँ...!!
यूँ निगाहें न फेरना मुझसे !
दर्द के बाज़ार में बिकता हुवा एक लाचार हूँ !! 
 
(२) पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम !
गलती हुई क्योकि इंशान थे हम....!!
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं !
कभी उसी सक्स की जान थे हम....!!
 
(३) सुकून-ऐ-जान के लिए दुवा कैसे करू !
दर्द तो उसने दिया हैं, गिला कैसे करू !!
सोचता हूँ कभी की मैं मर जाऊ....!
लेकिन उनको जमाने में अकेला कैसे करू !!
 
(४) जब ख्वाबो में रिश्ते बनाता हूँ !
तेरे दामन को और करीब पाता हूँ !!
राहे उल्फत मुस्किल हैं मगर...!
तेरी यादों से अपनी साँसे चलाता हूँ !!
 
(५) भूल जाए तुमको कोई इरादा नहीं हैं !
तेरे सिवा सिकी और से वादा नहीं नहीं हैं !!
निकाल देते दिल से शायद तुमको....!
मगर इस नादान दिल में दरवाजा नहीं हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 139)

(१) बेवफा होने का ताना न दिया करो !
न मुझसे कोई सिकायत किया करो !!
तुमको क्या पता कितना याद करते हैं !
हिसाब लगाना हो तो अपनी धड़कन गिन लिया करो !! 
 
(२) मेरे दिल के नाज़ुक धड़कनो को !
तुमने धड़कना सिखा दिया.....!!
जब से मिला हैं प्यार तेरा !
ग़म में भी मुस्कुराना सिखा दिया !!
 
(३) ahA4�नहाई में जीना अच्छा नहीं लगता !
बिछर के तुम से रहना अच्छा नहीं लगता !!
ये दिल शिर्फ़ तुमको याद करता हैं.....!
हर बार ये बात कहना अच्छा नहीं लगता !!
 
(४) ऐसा भी नहीं की उससे मिला दे कोई !
कैसी हैं वो बस इतना बता दे कोई....!!
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुवा !
आज की रात तो जी भर के रुला दे कोई !!
 
(५) दर्द की बाज़ार खुली परी हैं !
वो चीज न लो जो अंदर से जली परी हैं !!
वफ़ा का तलाश छोर दो एय दोस्तों....!
ये दुनियाँ बेवफाओ से भरी परी हैं !!

13 अगस्त 2011

Happy Rakshabandhan, रक्षाबंधन की बधाई...




(१) रंग बिरंगे मौसम में, सावन की घटा छाई !
खुशियों की सौगात लेकर बहना राखी बाँधने आई !!
बहनों के हाथों से सजा आज भाई की कलाई !
सभी देश वासियों को रक्षाबंधन की बधाई...!!

(२) हे इश्वर मैं तुझसे बहुत प्यार करता हूँ,
तुझपर मैं अपना सबकुछ न्योछाबर करता हूँ!
पर मैं अपनी बहना पर तुझसे भी ज्याद विश्वास करता हूँ!!

रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामना दीदी...

(३) कामयाबी तुम्हारे कदम चूमे,
खुशियाँ तुम्हारे चारो ओर हो!
पर भगवान से इतनी प्रार्थना करने के लिए,
मेरे प्यारे भैया इस बहना को कुछ घुस तो दो !!

ये सन्देश सभी "कंजूस" भैया के लिए...

(४) रिश्ता हैं जन्मो का हमारा,
भरोसे का और प्यार भरा!
चलो इसे बांधे भैया,
राखी के अटूट बंधन में!!

रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामना..

(५) ना पापा के मार से,
ना दोस्तों के फटकार से,
ना लडकियों के इनकार से,
ना चप्पलो के बोछार से,
आप जैसे आशिक सुधरेगे..
सिर्फ राखी के त्यौहार से!!

5 अगस्त 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 138)

(१) आज वो फिर हमें याद आ रही हैं !
रह - रह कर हमें फिर से सता रही हैं !!
कहती थी सदा हँसते रहना आप....!
और खुद ही अपनी याद से मेरा दिल जला रही हैं !!

(२) मेरी उजरी दुनियाँ को तू आबाद न कर !
बीते लम्हों को तू फिर से याद न कर !!
एक कैद परिंदे का हैं तुमसे यही कहना...!
मैं भूल चूका हूँ उरना मुझे फिर से आज़ाद न कर !!

(३) मैं खुद ज़मीन मेरा दिल आसमान का हैं !
टूट के भी मेरा हौसला चट्टान का हैं.....!!
बिछर के मैं उनसे इसलिए नहीं रोया !
वो कह गयी थी ये वक़्त इम्तहान का हैं !!

(४) प्यार मिलता हैं यहाँ किस्मत से !
हर किसी की किस्मत में वफा नहीं होती !!
जिन दिलों में मोहब्बत होती हैं....!
वहा नफरत की जगह नहीं होती !!

(५) कभी दर्द तो कभी दुवा दी हैं !
दिल का चैन आँखों की नींद उरा दी हैं !!
ये तेरी याद हैं या मेरे दर्द का इम्तहान !
जो पलकों के कतरों पे नमी सजा दी हैं !!

3 अगस्त 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 137)

(१) इस जहाँ में मोहब्बत काश न होती !
तो सफर-ऐ-जिंदगी में मिठास न होती !!
अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत...!
तो दीवानों की कब्र यूँ उदाश न होती !!

(२) जियो उसके लिए जो जीने का सहारा हो !
चाहो उसे जो आपको जान से भी प्यारा हो !!
राह में तो मिलेंगे बहुत साथी लेकिन....!
साथ उसका दो जिसने भीर में आपको पुकारा हो !!

(३) किस कदर मुझको सताते हो तुम !
भूल जाने पे भी याद आते हो तुम..!!
जब भी खुदा से कुछ मांगता हूँ !
मेरे दिल की दुवा बन जाते हो तुम !!

(४) जागते हैं तनहा रातों में !
खोते हैं दिल उनकी बातों में !!
मिली नहीं दिल की मंजिल आज तक !
क्योकि दर्द ही दर्द लिखा हैं इन हाथों में !!

(५) चुपके से धड़कन में उतर जायेंग�h !
राहें उल्फत में हद से गुजर जायेंगे !!
आप जो हमें इतना चाहेंगे.....!
हम तो आपकी साँसों में पिघल जायेंगे !!

22 जुलाई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 136)

(१) झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया !
सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया !!
वो जान ही न पाई जजबात मेरे.....!
जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया !!

(२) हर क़ुरबानी आप पे कुर्बान हैं !
ये जिंदगी भी बस आपके नाम हैं !!
मिला हैं जो इस जहाँ में प्यार आपका !
खुदा का मुझपे ये बहुत बरा एहसान हैं !!

(३) काश जाते वक़्त को हम रोक सकते !
साथ गुजते लम्हों को हम जोड़ सकते !!
कितनी यादें हैं जो आपने दी हमें...!
काश जिंदगी को हम पीछे मोड़ सकते !!

(४) तमाम उम्र बस यही मलाल रहा !
उसका जबाब मेरे वास्ते सवाल रहा !!
जो एक पल भी बिछरने को मौत कहती थी !
वो मेरे बगैर जिन्दा हजार साल रहा !!

(५) मुझको रोते देख कर क्यों परेसान हो !?
ये सबनम तो मेरी आँखों की जान हैं !!
इतने गम के साये लगे हैं मेरे पीछे !
खुद मौत मेरी जिंदगी पे हैरान हैं ...!!

19 जुलाई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 135)

(१) एक हसीन पल की जरुरत हैं हमें !
बीते कल की जरुरत हैं हमें....!!
सारा ज़माना रूठे तो रूठे !
जो कभी न रूठे ऐसे दोस्त की जरुरत हैं हमें !!

(२) तमन्ना बस इतनी है उसका प्यार मिले !
इजहार करे हम तो उसका इकरार मिले !!
बस एक बार वो कह दे सोच कर बतायेंगे !
फिर चाहे सात जन्म का इंतज़ार मिले....!!

(३) एक जैसा दोस्त सारे नहीं होते !
कुछ हमारे होकर भी हमारे नहीं होते !!
आपसे दोस्ती करने के बाद एहसास हुवा !
कौन कहता हैं जमीन पे तारे नहीं होते !!

(४) आपके यादों का महल बनाया हमने !
आरजू का दिया उसमे जलाया हमने !!
भूलने वाले तुझे मेरी कसम.......!
कोई वो लम्हा बता जिसमे तुझे भुलाया हमने !!

(५) कभी उनकी पलकों में मेरा इजहार होगा !
दिल के कोने में मेरा ही प्यार होगा....!!
गुजर रहे हैं रात और दिन उनकी याद में !
कभी तो उनको भी मेरा इंतज़ार होगा !!

11 जुलाई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 134)

(१) उस गुलाब से पूछो दर्द क्या होता हैं !
जो हर वक़्त खामोश ही रहता हैं !!
औरो को देता हैं पैगाम-ऐ-मोहब्बत !
और खुद काँटों की चुभन को सहता हैं !!

(२) वो कहते हैं मजबूर हैं हम !
न चाहते हुए भी दूर हैं हम....!!
चुरा ली उन्होंने धड़कन भी हमारी !
फिर भी वो कहते हैं की बेकसूर हैं हम !!

(३) क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले !
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले....!!
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा !
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले !!

(४) हमें किसी से कोई शिकायत नहीं !
शायद मेरी किश्मत में चाहत नहीं...!!
मेरी तक़दीर को लिखकर उपरवाले मुकर गए !
पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट नहीं....!!

(५) हम अपनी जिंदगी ख़ुशी से लुटा दे !
अगर खुदा हमारी उम्र आपको लगा दे !!
और तो कुछ माँगा नहीं हमने खुदा से !
बस हर जन्म में आपको हमारा दोस्त बना दे !!

4 जुलाई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 133)

(१) बागो - बहारो में तुम ही अच्छे लगे !
लेकिन इसमें मेरा कोई कशुर नहीं !!
कशुर हैं तो सिर्फ इस दिल का...!
जिसे हजारो में तुम ही अच्छे लगे !!

(२) हर पल दिल को बहला लेता हूँ !
तन्हाई में खुद को ही दोस्त बना लेता हूँ !!
याद उनको करके मुस्कुरा लेता हूँ !
गुजरे लम्हों को फिर करीब बुला लेता हूँ !!

(३) काश तू चाँद और मैं तारा होता !
आसमा में एक आशियाना हमारा होता !!
लोग तुम्हे दूर से देखते....!
नजदीक से देखने का हक बस हमारा होता !!

(४) रब उसे ऐसी तन्हाई न दे !
हम जी लेंगे तन्हा पर उसे तन्हाई न दे !!
इन निगाहों में बसी रहे उसकी सूरत !
भले मेरी सूरत उसे दिखाई न दे !!

(५) लगता हैं कोई हमसे खपा हैं !
पर यकिन हैं उसकी हर साँस में वफ़ा हैं !!
नहीं हैं उस जैसा कोई दुनियाँ में !
तभी तो उस पर ये जान फिदा हैं !!

28 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 132)

(१) अपने दिल को अगर दुखाना हैं !
बहारों में अगर घर जलाना हैं....!!
प्यार करो एक बेवफा से !
अगर मोहब्बत को आजमाना हैं !!

(२) दिल में सिर्फ आप हो और कोई खाश कैसे होगा !
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा !!
हिचकियाँ कहती हैं आप मुझे याद करते हो !
पर बोलोगे नहीं तो मुझे ये एहसास कैसे होगा !!

(३) आँखों में आँसू की जगह न हो !
मेरे पास आपको भुलाने की वजह न हो !!
अगर भूल जाऊ किसी तरह तो....!
खुदा करे जिंदगी की अगली सुबह न हो !!

(४) धुप तेज़ हैं साया नहीं !
दर्द ऐसा हैं रोना आया नहीं !!
तेरे सिवा किसी को अपना माना नहीं !
क्योकि किसी को तेरे जैसा रब ने बनाया नहीं !!

(५) कल रात वो मिली ख्वाब में !
हम ने पूछा क्यों ठुकराया आपने !!
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे !
फिर कैसे पूछता क्यों रुलाया आपने !!

22 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 131)

(१) हम अपना दर्द किसी को कहते नही !
वो सोचते हैं की हम तन्हाई सहते नही !!
आँखों से आँसू निकले भी तो कैसे !!
क्योकि सूखे हुवे दरिया कभी बहते नही !!

(२) दर्द होता नही दुनियाँ को दिखाने के लिए !
हर कोई रोता नही आँसू बहाने के लिए !!
रूठने का मज़ा तो तब आता हैं दोस्तों...!
जब अपना हो कोई मनाने के लिए...!!

(३) हर तरफ कोई कीनारा न होगा !
गैरों का क्या अपनों का भी सहारा न होगा !!
कर लो आजमाइश तुम सारी दुनियाँ की !
मेरे जैसा कोई और दोस्त तुम्हारा न होगा !!

(४) वक्त गुजर जाएगा याद आया करेगी !
हमारी बाते आपको अकेले में गुदगुदाया करेगी !!
याद करते और याद आया करना...!
दूरियाँ नजदीकियों में बदल जाया करेगी !!

(५) जहाँ तुम्हारा कदम पर जाता हैं !
वहा हम भी चले जाते हैं...!!
दिल को वहा एक आस ले जाती हैं !
क्या करे तुम्हे देखने को जो ये आँखे तरश जाती हैं !!

16 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 130)

(१) हम उठ के चले तेरे महफिल से !
पीछे से तुम ने पुकारा भी नहीं....!!
फिर खुद ही रुक गए कदम मेरे !
क्योंकी तेरी मोहब्बत के बिना मेरा गुजारा नहीं !!

(२) तुम दूर हो कर भी मेरे करीब हो !
मेरे दिल से पूछो कितने अज़ीज़ हो !!
अपनी हथेली को कभी गौर से देखना !
सायद किसी लकीर में मेरा भी नसीब हो !!

(३) होठों की जूबा ये आंशु कहते हैं !
जो चुप रहते हैं फिर भी बहते हैं !!
इन आंशुओ की किस्मत तो देखिये !
ये उनके लिए बहते हैं जो इन आँखों में रहते हैं !!

(४) जरुर किसी ने दिल से पुकारा होगा !
एक बार तो चाँद ने भी आपको निहारा होगा !!
मायूस हो गए होंगे आसमान के सितारे...!
जब जमीन पे खुदा ने आपको उतारा होगा !!

(५) उनकी ख़ामोशी से मुझे डर लगता हैं !
दूर न हो जाए वो मुझसे ऐसा क्यों लगता हैं !!
दुनियाँ से उसे छीन लेने का हौसला हैं मुझमे !
पर शायद वो साथ न दे ऐसा क्यों लगता हैं !!

14 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 129)

(१) अगर जानते राह-ए-वफा पे साथ न दोगे !
तो हम तेरे वादों पे ऐतबार न करते...!!
अगर वाकिफ होते तेरी बेवफाई से तो !
भूल से भी तुम से प्यार नहीं करते...!!

(२) नदी जब किनारा छोर देती हैं !
राह की चट्टान तक तोर देती हैं !!
बात छोटी सी अगर चुभ जाए दिल में तो !
जिंदगी के रास्तों को भी मोर देती हैं !!

(३) तेरी सज़ा तब तक कबूल हैं मुझे !
जब तक मेरे शरीर में जान हैं....!!
कैसे दुश्मनों से गिला करू मैं !
जब मेरे अपने ही मुझ पे मेहरबान हैं !!

(४) उनकी चाहत में दिल मजबूर हो गया !
बेवफाई करना उनका दस्तूर हो गया !!
कसूर उनका नहीं मेरा था....!
हमने चाहा ही इतना की उनको गुरुर हो गया !!

(५) दिल के तारो को मेरे छेर गया कोई !
मेरे जजबातों से खेल गया कोई !!
हम खो गए हैं राह दिखा दे कोई !
आज हम अकेले हैं उनको ये बता दे कोई !!

11 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 128)

(१) वो गई जो हाथ छोर कर !
अब तनहा चलना सिख रहे हैं !!
हर बार मनाया उसको हमने !
अब खुद को मनाना सिख रहे हैं !!

(२) दूर तक तन्हाई का सफर हैं !
न कोई साथी न हमसफर हैं !!
चलते हैं दिल के सहारे ये सोच कर !
की अगले ही मोड़ पे खुशियों का सहर हैं !!

(३) डूबते हैं तो पानी को दोष देते हैं !
गिरते हैं तो पत्थर को दोष देते हैं !!
इंशान भी क्या अजीब हैं दोस्तों....!
कुछ कर नहीं पाता तो किस्मत को दोष देता हैं !!

(४) जिंदगी बन के तेरे जान से गुजर जाऊँगा !
ऐसे न सता मैं तेरे दिल में उतर जाऊँगा !!
मैं तो तेरे प्यार का एक हार हूँ.....!
एक मोती भी टुटा तो बिखर जाऊँगा !!!

(५) उनकी किस्मत का भी कैसा सितारा होगा !
जिसको मेरी तरह तक़दीर ने मारा होगा !!
किनारे पे बैठे लोग भला ये क्या जाने...!
डूबने वालों ने किस - किस को पुकारा होगा !!

8 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 127)

(१) यारो के बिच याराना सिख गए !
थोरा सुर लगाया और तराना सिख गए !!
सब कुछ ठीक था अपने जिंदगी में...!
गलत तो तब हुआ जब दिल लगाना सिख गए !!

(२) एक दिन इस दुनियाँ से हम चले जायेंगे !
हजारों तारों में हम आपको नज़र आयेंगे !!
आप कोई ख्वाइश खुदा से माँगना....!!
हम उसे पूरा करने के लिए उसी वक्त टूट जायेंगे !!

(३) मेरे आगोश में मरने की दुवा करती थी !
वो मुझे अपनी जिंदगी कहा करती थी !!
बात किस्मत की हैं जो जुदा हो गए हम !
वर्ना वो मुझे अपनी तक़दीर कहा करती थी !!

(४) आज हर - एक पल खुबसूरत हैं !
दिल में सिर्फ दोस्ती की सूरत हैं !!
कुछ भी कहे ये दुनियाँ हमको...!
हमें दुनियाँ से ज्यादा दोस्तों की जरुरत हैं !!

(५) फूलों को खिलना सिखाया नहीं जाता !
काँटों को चुभना बताया नहीं जाता...!!
कोई बन जाता हैं खुद से अपना !
वर्ना हर किसी को अपना बनाया नहीं जाता !!

7 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 126)

(१) भले ही किसी गैर की जागीर थी वो !
पर मेरे ख्वाबो की तस्वीर थी वो....!!
मुझे मिलती तो वो कैसे मिलती !
किसी और के हिस्से की तकदीर थी वो !!

(२) एक कसक दिल में दबी रह गई !
जिंदगी में उनकी कमी रह गई...!!
इतनी उल्फत के बाद भी वो मुझे न मिली !
शायद मेरी किस्मत में ही कुछ कमी रह गई !!

(३) अधूरी ख्वाइस पूरी हो जाए !
मुझे याद करना उनकी मज़बूरी हो जाए !!
ऐ खुदा कुछ ऐसी तकदीर बना दे मेरी !
की उनकी हर ख़ुशी हमारे बिना अधूरी हो जाए !!

(४) याद न करोगे तो भुला भी न सकोगे !
मेरे ख़याल को अपने दिल से मिटा न सकोगे !!
एक बार जो देख लो मेरे दिल की ज़ख्म !
फिर सारी जिंदगी कभी मुस्कुरा न सकोगे !!

(५) कभी फूल कभी हवा बन के छा जायेंगे !
हम तो मर कर भी आपका साथ निभा जायेंगे !!
कभी आप तन्हाई में याद करना हमें...!
हँसी बनकर आपके होंठो पे उतर जायेंगे !!

3 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 125)

(१) सोचा था न होंगे जिंदगी में रुसवा !
पर प्यार की रुसवाई तबाह कर गई !!
गए थे महफिल में गम बुलाने के लिए !
वहा भी तन्हाई अपनी फर्ज अदा कर गई !!

(२) रात - दिन रुलाता हैं इंतज़ार तेरा !
कभी कम न हो प्यार तेरा....!!
अब तो आजाओ की बहुत उदास हैं दिल !
सांसो की तरह लाज़मी हैं दीदार तेरा !!

(३) रब ने इश्क का रिश्ता बना दिया !
किसी को दुस्मन किसी को कातिल बना दिया !!
डूब न जाए कोई इश्क के दरिया में...!
इसी लिए आप जैसे लोगों को साहिल बना दिया !!

(४) बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर !
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर !!
जिस्म में दर्द का बहाना बना के.....!
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर !!

(५) जब आप का नाम जुबान पर आता हैं !
पता नहीं दिल क्यों बेकरार हो जाता हैं !!
तसली हैं दिल को आप सिर्फ मेरे हो !
फिर बेकरार दिल को करार आ जाता हैं !!

1 जून 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 124)

(१) अपनी साँसों में महकता पाया हैं आपको !
हर ख्वाब में हमने बुलाया हैं आपको !!
क्यों न करे हम याद आपको....!
जब रब ने हमारे लिए बनाया हैं आपको !!

(२) मेरी वफ़ाये हैं उनकी वफ़ाओ के सामने !
जैसे कोई चिराग हो हवाओ के सामने !!
किश्मत तो चाहती हैं तवाही मेरी....!
लेकिन मजबूर हैं किसी की दुवाओ के सामने !!

(३) एक सच्चा दिल सब के पास होता हैं !
फिर क्यों नहीं सब पे विश्वास होता हैं !!
इंसान चाहे कितनो भी आम हो....!
वो किसी न किसी के लिए जरुर खास होता हैं !!

(४) धीरे - धीरे उम्र कट जाती हैं !
जिंदगी यादों की किताब बन जाती हैं !!
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती हैं !
और कभी यादों के सहारे जिंदगी कट जाती हैं !!

(५) हुवा जो गम तुम्हे दर्द कही और होगा !
हंसों जो तुम तो खुश कोई और होगा !!
सोचो तो जरा उस अनजान शक्स के बारे में !
वो अनजान मेरे सिवा और कौन होगा !!

30 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 123)

(१) कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !!
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले...!
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!

(२) नज़रों को आंसुओ की कमी नहीं होती !
फूलों को बहारों की कमी नहीं होती...!!
आप क्यूँ इस न चीज को याद करोगे !
आप तो आसमा हो और आसमा को सितारों की कमी नहीं होती !!

(३) आए मेरे नादान दिल रोते नहीं !
कुछ अपने होके भी पास होते नहीं !!
ज़रा सी फासलों से उदाश कैसे....!
दिल में बसने वाले कभी दूर होते नहीं !!

(४) इश्क दो जिंदगी का अफसाना हैं !
इश्क का अपना ही एक तराना हैं !!
पता हैं सब को मिलेंगे सिर्फ आंसू !
पर न जाने दुनियाँ में हर कोई क्यूँ इश्क का ही दीवाना हैं !!

(५) न हुवा हूँ बेवफा बस बदल सा गया हूँ !
प्यार की बातें करने से संभल सा गया हूँ !!
टुटा जो दिल तो दर्द हुवा इतना....!
मिले जख्मो से कुछ संभल सा गया हूँ !!

28 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 122)

(१) मुझे उसके पहलु में आशियाना न मिला !
उसकी झुल्फों की छाव में ठिकाना न मिला !!
कह दिया उसने बेवफा मुझको....!
जब उन्हें जानने का कोई बहाना न मिला !!

(२) समझ न सके उन्हें हम !
क्योकि हम प्यार के नशे में चूर थे !!
अब समझ में आया जिसपे हम जान लुटाते थे !
वो दिल तोरने के लिए मशहूर थे !!

(३) उदासी भी मुस्कान बन जायेगी !
रूकती हुई सांसे भी जान बन जायेगी !!
भेज दीजिये हवाओं में अपनी खुशबू !
वो ही हमारी ख़ुशी का फरमान बन जाएगी !!

(४) आपकी धड़कन से हैं रिश्ता हमारा !
आपकी साँसों से हैं नाता हमारा !!
भूल कर भी कभी भूल न जान !
आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा !!

(५) चाहे प्यार कितनो भी दूर रहे !
प्यार के सिलसिले कभी न कम होंगे !!
जब भी लगे तुम तकलीफ में हो !
पलट कर देखना तेरे पीछे हम होंगे !!

27 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 121)

(१) कुछ रिश्ते अनजाने में हो जाते हैं !
पहले दिल फिर जिंदगी से जुर जाते हैं !!
कहते हैं उस दौर को दोस्ती....!
जिसमे लोग जिंदगी से भी प्यारे हो जाते हैं !!

(२) समझ सका न कोई मेरे दिल को !
ये दिल यूँ ही नादान रह गया !!
मुझे कोई गम नहीं इस बात का !
अफसोस हैं की मेरा यार भी मुझसे अंजान रह गया !!

(३) उसको चाहते रहेंगे यूँ उम्र गुजर जायेगी !
मौत आएगी और जिंदगी ले जायेगी !!
मेरे मरने पे भी मेरे सनम को रोने न देना !
उसको रोते देख मेरी रूह तड़प जायेगी !!

(४) प्यास ऐसी की पी जाऊ आँखे तेरी !
नसीब ऐसा की हासिल जहर भी नहीं !!
बे ग़र्ज वफाए कोई हमसे पूछे...!
जिसे टूट के चाहा उसे खबर भी नहीं !!

(५) अब भी ताज़ा हैं जख्म सिने में !
बिन तेरे क्या रखा हैं जीने में...!!
हम तो जिन्दा हैं तेरा साथ पाने को !
वर्ना देर नहीं लगती हैं जहर मिने में !!

26 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 120)

(१) न समझ भूल गया हूँ तुझे !
तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी हैं !!
मजबूरियों ने निभाने न दी मोहब्बत !
सच्चाई मेरी वाफाओ में आज भी हैं !!

(२) सिर्फ दो कदम दूर किनारा होगा !
सोचो कितना खुबशुरत वो नज़ारा होगा !!
बस दिल जो कहे उसे करना....!
फिर देखना जो तुम सोचोगे वो तुम्हारा होगा !!

(३) ये छोटी सी याद बरा सिला देगी !
गुलाब की तरह आपका चेहरा खिला देगी !!
मत छोरना कभी हमारी दोस्ती को !
ये याद खुद आपको हमसे मिला देगी !!

(४) हर फूल को रात की रानी नहीं कहते !
हर किसी से दिल की कहानी नहीं कहते !!
मेरी आँखों की नमी से समझ लो दोस्तों !
क्योकि हर बात को हम जुबानी नहीं कहते !!

(५) यूँ नज़र से की बात और दिल चुरा गए !
अँधेरे के साए में धड़कन सुना गए....!!
हम तो समझे थे अजनबी आप को !
पर आप तो हमें अपना बना गए !!

25 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 119)

(१) न कोई तस्वीर न कोई निशानी थी !
न कोई जंजीर न कोई कहानी थी !!
आपका दोस्त होना इत्तफाक था शायद !
या फिर खुदा की हम पे कोई मेहरबानी थी !!

(२) चाहते हो किसी की मोहब्बत तो कहना तो होगा !
इकरार मिले या इनकार अंजाम सहना तो होगा !!
ये प्यार समंदर हैं आग का दोस्तों....!
कश्ती भले मोम की हो बहना तो होगा !!

(३) दिल में कोई और बसा तो नहीं !
ये चाहत इश्क की ज्यादा तो नहीं !!
सब मुझे चाहने लगे हैं....!
कहीं मुझ में तुम्हारे जैसी कोई अदा तो नहीं !!

(४) तेरे होने से एक ख़ुशी जूरी हैं !
तेरी आँखों से एक रौशनी जूरी हैं !!
अपने होठों की हँसी कम न होने देना !
क्योकि तेरी हँसी से एक जिंदगी जूरी हैं !!

(५) वो दिल की हालात से अनजान न था !
इसी घर का था मेहमान न था....!!
जिसके दम से थी रौनक वो कही और जा बसा !
वर्ना हारा घर इतना वीरान न था...!!

24 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 118)

(१) एक आशियाना जो दिल ने बसाना चाहा !
सारी दुनियाँ ने उसे मिटाना चाहा...!!
वो जाने क्यों हमसे दूर होते चले गए !
जिन्हें हमने सिर्फ अपना बनाना चाहा !!

(२) वो हमसे राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं !
खुद बे-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !!
जिंदगी तुने तो वफ़ा हमसे न की....!
हम अगर तुझे ठुकराए जरुरी तो नहीं !!

(३) आज कह दिया फिर न कहना कभी !
मेरी नज़रों से दूर तुम न रहना कभी !!
ख़ुशी बनकर लबों पे आये हो तुम...!
आंसू बन कर आँखों से न बहना कभी !!

(४) रिश्ता दोस्ती का बनता हैं अगर तक़दीर होती हैं !
बहुत कम लोगो के हाथ में ये लकीर होती हैं !!
जुदा न हो कभी कोई दोस्त किसी का....!
कसम खुदा की बिछरने पर बहुत तकलीफ होती हैं !!

(५) आंसू की बुँदे हैं या आँखों में नमी हैं !
न ऊपर आसमान हैं न निचे जमीन हैं !!
ये कैसा मोड़ हैं जिंदगी का.....!
आपकी ही जरुरत हैं और आपकी ही कमी हैं !!

23 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 117)

(१) छोटी सी बात पे कोई शिकवा न करना !
कोई भूल हो जाए हमसे तो माफ़ करना !!
नाराज़ तब होना जब हम रिश्ता तोर देंगे !
क्योकि ऐसा तो तब होगा जब हम दुनियाँ छोर देंगे !!

(२) प्यार में किसी को खोना भी जिंदगी हैं !
जिंदगी में गमो का होना भी जिंदगी हैं !!
यूँ तो रहते हैं होठों पे मुस्कुराहट....!
पर शायद चुपके से रोना भी जिंदगी हैं !!

(३) भींग जाती हैं पलके तन्हाई में !
डरते हैं कोई जान न लें.....!!
पसंद करते हैं तेज़ बरसात में चलना !
कही रोते हुए को कोई पहचान न ले !!

(४) जिंदगी चाहत का एक सिलसिला हैं !
कोई मिल जाता हैं, कोई बिछर जाता हैं !!
जिसे मांगते हैं हम अपनी दुवा में...!
वो किसी और को बिन मांगे मिल जाता हैं !!


(५) तक़दीर के रंग कितने अजीब हैं !
अनजाने रिश्ते हैं फिर भी अजीब हैं !!
किसी को दोस्त आपके जैसा नहीं मिला !
मुझे अनजाने में आप मिले ये नसीब हैं !!

21 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 116)

(१) शान से हम तेरे दिल में रहेंगे !
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे !!
देख के जलेगी हमे दुनियाँ सारी...!
इस कदर बे-पनाह प्यार तुझे करेंगे !!

(२) हमने उन्हें पा कर कभी खोना नहीं चाहा !
जुदाई में उनकी कभी रोना नहीं चाहा !!
उन्होंने हमें संभाल कर नहीं रखा !
फिर भी हमने किसी और का होना नहीं चाहा !!

(३) किसलिए इतनी सजा देते हो !
कभी करते हो याद तो कभी भुला देते हो !!
अजीब मैंने आपकी मोहब्बत का सिलसिला देखा !
कभी ख़ुशी और कभी अपनी याद में रुला देते हो !!

(४) कितनी राहत हैं दिल टूट जाने के बाद !
अपने आप से मिला सब कुछ खोने के बाद !!
मुझे हैरत हैं मैं अब तक कैसे जिन्दा हूँ !
मौत रोज़ आती हैं उसकी याद आने के बाद !!

(५) बिना पुकारे हमें साथ पाओगे !
करो वादा की दोस्ती आप भी निभाओगे !!
मतलब ये नहीं की रोज़ याद करना...!
बस याद रखना उस वक्त जब अकेले पानीपूरी खाओगे !!

20 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 115)

(१) रूठ जाओ कितनो पर हम मना लेंगे !
दूर जाओ कितना भी हम बुला लेंगे !!
दिल आखिर दिल हैं कोई सागर की रेत नहीं !
जो लिख के नाम आपका हम उसे मिटा देंगे !!

(२) कभी दिल की कमजोरी बन कर रह जाती हैं !
कभी वक्त की मज़बूरी बन कर रह जाती हैं !!
ये मोहब्बत वो शराब हैं दोस्तों....!
जितना पियो प्यास अधूरी रह जाती हैं !!

(३) होठों पे कभी न कोई सवाल रखना !
जिंदगी को हर पल खुशहाल रखना !!
जिंदगी तो नाम हैं परेशानियों का....!
इन्हें भूल कर बस अपना ख़याल रखना !!

(४) वो आंसू जो पलकों की जन्नत नहीं बनते !
वो चुपके से दिल में उतर जाया करते हैं !!
कुछ लोग दुखो की नुमाइश नहीं करते !
बस ख़ामोशी से ही बिखर जाया करते हैं !!

(५) दूर इशारो से बात नहीं होती !
आंसू बहाने से बरसात नहीं होती !!
ये जिंदगी ख्वाब नहीं हकीकत हैं दोस्तों !
क्योकि आँखे बंद करने से रात नहीं होती !!

19 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 114)

(१) गुलसन में भी बहार आते हैं !
हर किसी पे हम कहाँ यकीन कर पाते हैं !!
दिल का जिसपे होता हैं ज्यादा भरोसा !
कसम से उसी से हम धोखा खाते हैं !!

(२) सौ दूरियों पे रह कर भी जुदा न थे !
वो मेरी जिंदगी थे बेवफा न थे !!
जरा सी बात को क़यामत बना डाला !
वर्ना कभी वो मुझसे इतना खफा न थे !!

(३) हुस्न वाले खूब वफाओ का सिला देते हैं !
हर मोड़ पे एक ज़ख्म नया देते हैं !!
अए दोस्त इस जहाँ में कोई अपना नहीं !
जब आग लगती हैं तो पत्ते भी हवा देते हैं !!

(४) दर्द ने पलकों पे सजाया मुझको !
जिंदगी क्या हैं ये बताया मुझको !!
जब भी दिल में हँसने की तमन्ना जागी !
मेरी तक़दीर ने जी भर के रुलाया मुझको !!

(५) चाहत को रोग बना लेने दो !
पलकों के बिच छुपा लेने दो !!
बाद में तुम तक़दीर बताना मेरी !
पहले मुझे ख्वाब सजा लेने दो !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 113)

(१) याद करने से किसी की दीदार नहीं होती !
यूँही किसी को याद करना प्यार नहीं होती !!
यादों में किसी के हम भी तरपते हैं .....!
बस उसे हमारे दर्द का एहसास नहीं होती !!

(२) क्या खूब उनकी आँखों की चमक देखी !
हर सूरत में बस उनकी झलक देखी !!
अचानक दिल बेकाबू हो के रोने लगा !
जब मैंने आंशुओ में भींगी उनकी पलक देखी !!

(३) वो नज़र कहाँ से लाऊ जो तुम्हें भुला दे !
वो दुवा कहाँ से लाऊ जो दर्द मिटा दे !!
बिछरना तो हाथो के लाकिड़ो में लिखा हैं !
वो तक़दीर कहाँ से लाऊ तो तुमसे मिला दे !!

(४) कोई आँखों से बात कर लेता हैं !
कोई आँखों में मुलाकात कर लेता हैं !!
बड़ा मुस्किल होता हैं जबाब देना !
जब कोई खामोश रह कर सवाल के लेता हैं !!

(५) कभी - कभी इन आँखों में नमी सी होती हैं !
कभी - कभी इन होठों पे हँसी सी होते हैं !!
एक अनजान सा रिश्ता हैं मेरा....!
वो तुम्ही हो जिस से मेरी जिंदगी - जिंदगी सी होती हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 112)

(१) प्यार ने हमें बेनाम कर दिया !
हर ख़ुशी से हमें अंजान कर दिया !!
हमने नहीं चाहा की प्यार हमें भी हो !
पर उनकी आँखों ने हमें मजबूर कर दिया !!

(२) रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो !
की उसके दिल के सारे गम चुरा लो !!
इतना असर छोर दो किसी पे अपना !
की हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो !!

(३) नफरत लाख मिली मोहब्बत न मिली !
जिंदगी बीत गई पर राहत न मिली !!
तेरी महफिल में हर शक्स को हँसते देखा !
एक मैं था जिसे हँसने की इजाजत न मिली !!

(४) दिल के दर्द को छुपाना कितना मुस्किल हैं !
टूट के फिर मुस्कुराना कितना मुस्किल हैं !!
किसी के साथ दूर तक जा कर तो देखो...!
अकेला लौट के आना कितना मुस्किल हैं !!

(५) जो कमी थी वो दूर हो गई !
जिंदगी एक खिलता हुवा फूल हो गई !!
दुवा की थी एक सच्चे दोस्त की....!
तुम मिली तो लगा की शायद हमारी दुवा कबूल हो गई !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 111)

(१) कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता !
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता !!
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं....!
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता !!

(२) जो हो गया उसे सोचा नहीं करते !
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते !!
कुछ हासिल उन्हें होता हैं जिंदगी में...!
जो दुःख की हालत में भी रोया नहीं करते !!

(३) इतना न तड़पाओ की सोचते रह जाए !
इतना भी न सताओ की रोते रह जाए !!
जिंदगी से बढ़ के चाह हैं तुमको....!
यूँ दिल न दुखाओ की सांसे रुक जाए !!

(४) आप आँखों से दूर दिल के करीब थे !
हम आपके और आप हमारे नसीब थे !!
न हम मिल सके, न जुदा हुवे......!
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे !!

(५) जिंदगी में गम मिले तो मिले !
प्यार उसका कभी कम न मिले !!
मेरे खुदा तुमसे बस एक गुजारिश हैं !
चाहता हूँ मैं उसे जितना......
उस से दोगुना प्यार मुझे उसका मिले !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 110)

(१) कोई अच्छा लगे तो उस से दोस्ती मत करना !
उस के लिए निंद बेकार मत करना....!!
दो दिन आयेंगे ख़ुशी से मिलने !
तीसरे दिन कहेंगें मेरा इंतजार मत करना !!

(२) झूठा अपनापन तो हर कोई जताता हैं !
वो अपना ही क्यों जो हर पल सताता हैं !!
यकिन न करना हर किसी के बातों पर !
क्योकि करीब हैं कितना कोई ये वक्त ही बताता हैं !!

(३) खुदा न करे कभी आपको खुशियों की कमी हो !
कदम के निचे सदा फूलो की जमी हो...!!
आँसू न हो आपकी आँखों में कभी !
अगर हो तो भी खुशियों की नमी हो !!

(४) चाहत किसी की गुलाम नहीं होती !
मोहब्बत कभी सरे-आम नहीं होती !!
कैसे भूल जाए आपकी यादों को...!
क्योकि हमारी दोस्ती की "सरवर" कभी जाम नहीं होती !!

(५) खुद को पढ़ता हूँ छोर देता हूँ !
उसे भुलाने का वादा तोर देता हूँ !!
बहुत गहता ज़ख्म बसे हैं दिल की निगाहों में !
क्या करू बस रोज एक आइना तोर देता हूँ !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 109)

(१) आपको पाने की ख्वाइश जीने से ज्यादा !
आपको खोने का डर मरने से ज्यादा...!!
आपसे बिछरने का दर्द हर दर्द से ज्यादा !
क्योकि हम आपको चाहते हैं खुद से ज्यादा !!

(२) अब आ भी जाओ की जिंदगी कम हैं !
तुम नहीं तो हर ख़ुशी कम हैं....!!
तेरे ही दम से तो मुकमल हूँ मैं !
तू जो नहीं तो बस गम ही गम हैं !!

(३) मोहब्बत जिनको हो गयी हो किसी से !
वो किसी का नाम कब सोचते हैं.....!!
जो चलते हैं तलवार की धार पे !
वो मोहब्बत का अंजाम कब सोचते हैं !!

(४) तेरे इंतज़ार का ये आलम हैं !
तरपता हैं दिल आँखें भी नम हैं !!
तेरे आरजू में जी रहा हैं जितू...!
वर्ना जीने की ख्वाइश भी अब बहुत कम हैं !!

(५) फूल दो बार नहीं खिलते !
जन्म दो बार नहीं मिलते !!
मिलने को मिल जाते हैं हजारों मगर !
दिल से चाहने वाला बार - बार नहीं मिलते !!

18 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 108)

(१) यादों ने पास आकर कुछ यूँ गुनगुना दिया !
जैसे किसी ने भुला हुवा फसाना सुना दिया !!
जाने क्या बात थी उस गुजरे पल में.....!
की दिल रोया लेकिन चेहरा मुस्कुरा दिया !!

(२) आँखों के इशारे समझ नहीं पाते !
होठों से दिल की बात कह नहीं पाते !!
अपनी बेबसी हम किस तरह कहें...!
कोई हैं जिसके बिना हम रह नहीं पाते !!

(३) अधूरे मिलन की आस हैं जिंदगी !
सुख - दुःख का एहसास हैं जिंदगी !!
फुरसत मिले तो ख़्वाबों में आया करो !
आप के बिना बरी उदास हैं जिंदगी !!

(४) चले गए हो दूर कुछ पल के लिए !
दूर रह कर भी करीब हो हर पल के लिए !!
कैसे याद न आये आपकी एक पल के लिए !
जब दिल में हो आप हर पल के लिए !!

(५) पलकों पे आकर रुक जाते हैं ये आँसू !
तन्हाई पाकर बह जाते हैं ये आँसू....!!
बहुत सोचा थोरा गम बाँट लूँ आपसे !
पर आप को हँसता देख कर सुख जाते हैं ये आँसू !!

17 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 107)

(१) सच्चाई जाने बिना कोई फैसला न लेना !
हमारी दोस्ती का कभी इम्तिहान न लेना !!
हम नहीं वक्त बेवफ़ा हैं दोस्त....!
कही हमें मतलबी समझ के भुला न देना !!

(२) वो बेवफ़ा नहीं मुझे पता हैं !
उनकी राह देखना ये मेरी अदा हैं !!
वो आए न आए ये उनकी वफ़ा हैं !!
बस तड़पता रहना ये मेरी सजा हैं !!

(३) हम याद रहे तो ठीक वर्ना भुला देना !
हुई खता हमसे तो सजा देना....!
वैसे हम हैं कोरे कागज़ की तरह !
लिखा जाए तो ठीक वर्ना जला देना !!

(४) कोई लाख दूर रहे कितनो भी !
पर अपना ही रहे क्या कम हैं !!
प्यार करे न करे कोई गम नहीं !
बाद याद करते रहे क्या कम हैं !!

(५) अपने मतलब के लिए कभी प्यार न करना !
झूठे दिल से कभी एकरार न करना...!!
अगर न हो मोहब्बत तो कोई बात नहीं !
पर किसी से कभी झूठा एकरार न करना !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 106)

(१) कुछ यूँ था उनका अलविदा कहने का अंदाज !
की सुना भी कुछ नहीं, कहाँ भी कुछ नहीं....!!
कुछ यूँ बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में हम !
की लौटा भी कुछ नहीं, बचा भी कुछ नहीं...!!

(२) जिंदगी में किसी का साथ काफी हैं !
हाथों में किसी का हाथ काफी हैं...!!
दूर हो या पास फर्क नहीं परता....!
प्यार का तो बस एहसाश ही काफी हैं !!

(३) तुझको मिल जायेगा बेहतर मुझसे !
मुझको मिल जायेगा बेहतर तुझसे !!
फिर भी दिल में एक ख्याल आता हैं !
जानी तू जो मिल जाए तो बेहतर हैं सबसे !!

(४) चाहत तेरी पहचान हैं मेरी !
मोहब्बत तेरी शान हैं मेरी !!
होके जुदा तुझसे कैसे रह पाऊंगा !
तू तो आखरी साँस तक जान हैं मेरी !!

(५) आपका रिश्ता हमारे सुरों का साज़ हैं !
आप जैसे अपनों पर हमें नाज़ हैं....!!
चाहे कुछ भी हो जाए जिंदगी में !
यह रिश्ता कल भी वैसा ही रहेगा जैसा आज हैं !!

16 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 105)

(१) अगर वो अपनी मोहब्बत हमें बना ले !
हम उनका हर ख्वाब पलकों पे सजा ले !!
करेगी कैसे मौत हमें उनसे जुदा...!
अगर वो हमें अपनी रूह में बसा ले !!

(२) जिनके तलाश में कदम खुद निकल गए !
जिनकी याद में ये अरमान पिघल गए....!!
ढूंढ़ता था जिनको इस जहाँ में मैं !
पलके बंद की तो वो दिल में ही मिल गए !!

(३) जीने के लिए उनकी मुस्कान काफी हैं !
कलम से लिखी हुई ये दास्तान काफी हैं !!
तस्वीर की क्या जरुरत हैं....!
उन्हें देखने के लिए तो बंद आँखे ही काफी हैं !!

(४) लाजबाब हैं हमारा जीने का फसाना !
कोई सीखे हमसे हर पल मुस्कुराना !!
कोई मेरी हंसी को नज़र न लगादे....!
बरी मुस्किल से सिखा हैं गम छुपा कर मुस्कुराना !!

(५) तोरने के लिए वादा किया नहीं जाता !
सोच समझ कर प्यार किया नहीं जाता !!
यकीन करो प्यार हो या दोस्ती....!
अगर दिल से की हो तो उसके बिना एक पल जिया नहीं जाता !!

14 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 104)

(१) छोटी - छोटी बातों पे टकरार न किया करो !
हमारे हर मजाक को दिल पर मत लिया करो !!
क्या पता साथ हैं और कितने दिन....!
इन पलों को तो प्यार से जी लिया करो !!

(२) गुस्ताखी यही हैं हमारी की !
हर किसी से रिश्ता जोर जाते हैं !!
लोग कहते हैं मेरा दिल पत्थर का हैं !
लेकिन कुछ सख्स ऐसे भी हैं..
जो इसे भी तोर जाते हैं !!

(३) तरस गए हम थोरी सी वफा के लिए !
किसी से प्यार नहीं करेंगे खुदा के लिए !!
जब भी लगती हैं इश्क की अदालत...!
क्यों हम ही चुने जाते हैं सजा के लिए !!

(४) ख्वाब समझ कर उसने हमें भुला दिया !
मेरी चाहत का उसने क्या खूब सिला दिया !!
उसकी महफिल में थी तन्हाई का आलम...!
अंधेरा दूर करने के लिए उन्होंने हमें ही जला दिया !!

(५) एय मौत कितनी वफ़ा हैं तुझमे !
आज मैं आजमाना चाहता हूँ !!
जिंदगी ने बहुत रुलाया हैं हमें !
अब अगर तेरा साथ मिले तो..
जिंदगी को रुलाना चाहता हूँ !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 103)

(१) ख़ुशी के आँसू रुकने न देना !
गम के आँसू बहने न देना !!
ये जिंदगी न जाने कब रुक जायेगी !
अपनी प्यारी सी दोस्ती कभी टूटने न देना !!

(२) कभी - कभी तो यूँही रो परती हैं आँखे !
उदास होने का कोई सबब नहीं होता...!!
मैं अपने दिल को ये बात कैसे समझाऊ !
किसी को चाहने से वो अपना नहीं होता !!

(३) दिल की यादों से सवारू तुझे !
तू दिखे तो आँखों में उतारू तुझे !!
तेरे नाम को मैंने अपने लबो पे सजाया हैं !
सो भी जाऊ तो ख्वाबो में पुकारू तुझे !!

(४) हर ख़ुशी गम का एलान हैं !
हर मुलाकात जुदाई का पैगाम हैं !!
न रखना किसी से कोई उम्मीदें !
हर उम्मीद दिल टूटने का फरमान हैं !!

(५) मेरी कलम से लफ्ज खो गए !
आज वो बेवफ़ा हो गए.....!!
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था !
मेरे ख्वाब मुझ पे ही रो गए...!!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 102)

(१) आपके ख़यालों से फुरसत नहीं मिली !
एक पल के लिए भी राहत नहीं मिली !!
मिल तो जाता हैं सबकुछ इस दुनियाँ में !
बस आपके चेहरे की एक झलक नहीं मिली !!

(२) रहे सलामत दुनियाँ उनकी !
जो मेरी ख़ुशी की फरियाद करते हैं !!
खुदा उन्हें खुशियाँ भरी जिंदगी देना !
जो हमें याद करने में एक पल बर्बाद करते हैं !!

(३) किसी को प्यार इतना करना की हद न रहे !
मगर ऐतबार भी इतना करना की शक न रहे !!
वफ़ा इतना करना की बेवफाई न रहे....!
और दुवा बस इतना करना की जुदाई न रहे !!

(४) जाने से पहले याद दे जायेंगे !
खुद सोने से पहले ख्वाब दे जायेंगे !!
आपको गिला हैं हम आपसे बात नहीं करते !
साँस रुक जाने से पहले हर जबाब दे जायेंगे !!

(५) अगर मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो !
तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो....!!
अगर मंजिल जुदाई हैं तो जाने दो मुझे !
लौट के कब आओगे ये पूछते क्यों हो !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 101)

(१) जब कुछ सपने अधूरे रह जाते हैं !
तब दिल के दर्द आंसू बन के बह जाते हैं !!
जो कहते हैं की हम सिर्फ आपके हैं....!
पता नहीं वो कैसे अलविदा कह जाते हैं !!

(२) जिंदगी फैली हैं चारो और !
पर क्यों मुझे नज़र नहीं आती !!
लोग कहते हैं हम तेरे दोस्त हैं !
पर क्यों दोस्ती नज़र नहीं आती !!

(३) मेरे दिल में एक धड़कन तेरी हैं !
उस धड़कन की कसम तू नन्ही जान मेरी हैं !!
मेरी साँसों में एक साँस तेरी हैं....!
वो साँस रुक जाए तो मौत मेरी हैं !!

(४) बेवक्त दस्तक देते हैं हम !
शिकायत करने का पूरा हक़ देते हैं हम !!
नफरत भी उनकी ख़ुशी से कबूल करते हैं हम !
जिन्हें दिल से अपना दोस्त कहते हैं हम !!

(५) जब आपका नाम जुबान पर आता हैं !
पता नहीं दिल क्यों बेकरार हो जाता हैं !!
तसल्ली हैं दिल को आप सिर्फ मेरे हो !
फिर बेकरार दिल को करार आ जाता हैं !!

11 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 100)

(१) कोई अच्छा लगे तो उस से दोस्ती मत करना !
उस के लिए निंद बेकार मत करना....!!
दो दिन आयेंगे ख़ुशी से मिलने !
तीसरे दिन कहेंगें मेरा इंतजार मत करना !!

(२) झूठा अपनापन तो हर कोई जताता हैं !
वो अपना ही क्यों जो हर पल सताता हैं !!
यकिन न करना हर किसी के बातों पर !
क्योकि करीब हैं कितना कोई ये वक्त ही बताता हैं !!

(३) खुदा न करे कभी आपको खुशियों की कमी हो !
कदम के निचे सदा फूलो की जमी हो...!!
आँसू न हो आपकी आँखों में कभी !
अगर हो तो भी खुशियों की नमी हो !!

(४) चाहत किसी की गुलाम नहीं होती !
मोहब्बत कभी सरे-आम नहीं होती !!
कैसे भूल जाए आपकी यादों को...!
क्योकि हमारी दोस्ती की "सरवर" कभी जाम नहीं होती !!

(५) खुद को पढ़ता हूँ छोर देता हूँ !
उसे भुलाने का वादा तोर देता हूँ !!
बहुत गहता ज़ख्म बसे हैं दिल की निगाहों में !
क्या करू बस रोज एक आइना तोर देता हूँ !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 99)

(१) काश कोई हम पर भी प्यार जताते !
हमारी आँखों को अपने हाथों से छुपाते !!
हम जब पूछते कौन हो तुम.....!
मुस्कुरा कर वो अपने आप को हमारी जान बताते !!

(२) दिल ने हमें दीवाना बना दिया !
रोए न थे कभी आप ने रुला दिया !!
हमने तो हर वक्त याद किया हैं आपको !
लेकिन आपने याद करने में ज़माना लगा दिया !!

(३) आशिको का नाम हर गम पे लिखा हैं !
फूलों का नाम सबनम पे लिखा हैं !!
तुझे खुद से जुदा कैसे समझू....!
तेरा नाम तो दिल की हर धड़कन पे लिखा हैं !!

(४) शराबी इलज़ाम शराब को देता हैं !
आशिक इलज़ाम शबाब को देता हैं !!
कोई नहीं करता कबूल अपनी भूल...!
कांटा भी इलज़ाम गुलाब को देता हैं !!

(५) कौन कब चाह कर दूर होता हैं !
हर कोई हालात से मजबूर होता हैं !!
हम तो बस इतना जानते हैं....!
हर रिश्ता मोती और कोहिनूर होता हैं !!

10 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 98)

(१) वो मेरे लिए कुछ खाश हैं यारों !
जिसके लौट आने की आस हैं यारों !!
वो नज़रों से दूर हैं तो क्या हुवा !
उनके दिल की धड़कन आज भी मेरे पास हैं यारों !!

(२) सागर को छुआ तो लहरों की याद आई !
आसमान को छुआ तो तारों की याद आई !!
काँटों को छुआ तो फूलों की याद आई !
अपने दिल को छुआ तो सिर्फ आपकी याद आई !!

(३) वो मेरी चाहत को यूँ आजमाते रहे !
गैरों से मिल के दिल को जलाते रहे !!
मेरी मौत के बाद भी जालिम को न आया रहम !
ला कर फूल मेरे बाजू वाली कब्र पर चढ़ाते रहे !!

(४) नन्हें से दिल में अरमान कोई रखना !
दुनियाँ की भीड़ में पहचान कोई रखना !!
अच्छा नहीं लगता जब रहते हो उदाश..!
इन होठों पे सदा मुस्कान वही रखना !!

(५) न वफ़ा न दगा कर पाए !
न प्यार न खता कर पाए !!
मोहब्बत कर तो ली हमने उनसे !
पर कभी अपना हाल उनसे बया न कर पाए !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 97)

(१) जिंदगी एक अभिलाषा हैं !
क्या गजब इसकी परिभाषा हैं !!
जिंदगी क्या हैं मत पूछो आए दोस्तों..!
सवर गई तो दुल्हन, बिखर गई तो तमाशा हैं !!

(२) ऐसा वादा न करना जो निभा न सको !
उस से दिल मत लगाना जिसे अपना बना न सको !!
दोस्ती सब से करना मगर....!
उस एक को खुश रखना जिसके बिना आप मुस्कुरा न सको !!

(३) निकले कोई अगर दिल में बस जाने के बाद !
दर्द होता हैं उनसे बिछर जाने के बाद....!!
पास होता हैं जो उसकी कदर नहीं होती !
कमी महसूस होती हैं उसके दूर जाने के बाद !!

(४) तेरे दिल में मेरे लिए जगह न सही !
मुझे खुद से दूर तो न कर.....!!
मुझे जिनी हैं ये जिंदगी तेरे संग !
मुझे मरने के लिए मजबूर तो न कर !!

(५) कहाँ से लाऊ हुनर उनको मनाने का !
कोई जबाब नहीं था उनके रूठ जाने का !!
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी...!
क्योकि जुर्म मैंने किया हैं उनसे दिल लगाने का !!

7 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 96)

(१) दोस्ती शायद जिंदगी होती हैं !
जो हर दिल में बसी होती हैं !!
वैसे तो जी लेते हैं हर कोई अकेले !
मगर फिर भी जरुरत आपकी हमें हमेशा होती हैं !!

(२) प्यार करे उसे कोई माफ नहीं करता !
कोई उनके साथ इंसाफ नहीं करता...!!
लोग प्यार को तो पाप कहते हैं !
पर कौन ऐसा हैं जो ये पाप नहीं करता !!

(३) हँस कर जीना दस्तूर हैं जिंदगी का !
एक यही खिस्सा मशहूर हैं जिंदगी का !!
बीते हुए पल कभी लौट के नहीं आते...!
यही सब से बरा कसूर हैं जिंदगी का !!

(४) पल - पल उनके साथ निभाते हम !
एक इशारे पर दुनियाँ छोर जाते हम !!
समंदर के बिच में फरेब किया उसने !
वो कहते तो किनारे पे ही डूब जाते हम !!

(५) अलविदा कह कर जब कोई आँखों से दूर होता हैं !
आँखें देखती हैं पर दिल मजबूर होता होता हैं !!
कोई कहे न कहे ज़ुबान से मगर....!
दिल में दर्द ज़रूर होता हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 95)

(१) आँसुओं के सागर में दिल डुबोते हुए !
सारी रात गुजर गई हमे रोते हुए !!
मज़ाक कैसा किया तक़दीर ने हमसे...!
उन्हें पा न सके उनके होते हुए !!

(२) प्यार करके उसका इंतज़ार पाया हैं !
तनहाई में भी उसे हर पल पाया हैं !!
मिल जाए खुदा तो पूछूँगा उनसे...!
क्या तुने हर बार मुझे ही आजमाया हैं !!

(३) नाराज़ हम से कभी होना मत !
मुस्कान अपनी कभी खोना मत !!
जीते हैं हम आपके मुस्कुराहट देख कर !
अगर हम मर भी जाए तो कभी रोना मत !!

(४) पिघलती हैं मोम रौशनी के लिए !
होती हैं मोहब्बत दिलवालों के लिए !!
जिंदगी फना हैं आपकी खुशियों के लिए !
कुर्बान हैं हर साँस आपकी जिंदगी के लिए !!

(५) अपनी बेबसी पर आज रोना आया हैं !
दूसरों को क्या मैंने खुद को आजमाया हैं !!
हर एक की तनहाई दूर की हैं मैंने...!
पर खुद को हर मोर पे तनहा पाया हैं !!

6 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 94)

(१) मेरे वजूद से लिपटी खुशबू तेरे नाम की हैं !
मेरी हर धड़कन तेरे नाम की हैं !!
इतना यकीन करले एय मेरे हम नाशी....!
बिन तेरे मेरी जिंदगी बेनाम सी हैं !

(२) आरजू में आपके दीवाना हो गए !
आपको दोस्त बनाते - बनाते बेगाना हो गए !!
करले एक बार याद इस नाचीज को....!
क्योकि हिचकियाँ आए ज़माना हो गए !!

(३) रिश्ता उल्फत का यूँ निभाया जाता हैं !
अश्क पि कर भी मुस्कुराया जाता हैं !!
ऐसे भी बोड़ आते हैं जिंदगी में....!
किसी के खातिर खुद को मिटाया जाता हैं !!

(४) हँसे हम ये किश्मत को गवारा नहीं !
कभी हमारे लिए चमके ऐसी कोई तारा नहीं !!
हर वक्त हम कुछ न कुछ खोते रहे...!
क्योकि हम वो पाना चाहते थे जो हमारा नहीं !!

(५) यादों में कभी आप भी खोए होंगे !
खुली आँखों से कभी आप भी सोए होंगे !!
माना हमें हैं आदत गम छुपाने की...!
पर हँसते हुए कभी आप भी रोए होंगे !!

5 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 93)

(१) उनके चेहरे पे इस कदर नूर था !
उनकी यादों में हमें रोना भी मंज़ूर था !!
बेवफ़ा भी नहीं उसे कह सकते.....!
प्यार तो हमने किया था, वो तो बेक़सूर था !!

(२) कुछ तो अपने बारे में बताओ !
एक बार तो सपने में आकर सताओ !!
आप जो रिश्ता चाहो बना लेंगे हम...!
कभी हक़ से आप अपना प्यार तो जताओ !!

(३) क्या करे जब किसी की याद आए !
हर धड़कन पे किसी का नाम आए !!
कैसे कटेगी ये लम्हे इंतज़ार के...!
उसके इश्क में हर घरी मेरी जान जाए !!

(४) किसी ने हमें आशिक कहा !
किसी ने हमें दीवाना कहा !!
इन आँखों में आँसू तब आए !
जब उन्होंने हमें बेगाना कहा !!

(५) जब भी करीब आता हूँ बताने के लिए !
जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिए !!
महफिलों की शान न समझना मुझे...!
मैं तो हँसता हूँ गम छुपाने के लिए !!

4 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 92)

(१) ख्वाब की हर एक गली देखि !
बाग में खिली हर कलि देखि !!
जो कहते थे तुम्हे भूल न पायेंगे !
मैंने उनके दरवाजे पर अपनी तस्वीर जली देखि !!

(२) आदत हैं तेरी याद आने की !
इन आँखों को तेरी एक झलक पाने की !!
हमारी तो तमन्ना हैं तुमको पाने की !
पर शायद तुम्हारी आदत हैं हमें तड़पाने की !!

(३) वक्त की गर्दिश में बह जाने दो !
जिंदगी जैसे गुजरती हैं गुजर जाने दो !!
मेरे दिल ने कभी फूलों की तमन्ना की थी !
आज कांटे ही को दामन से लिपट जाने दो !!

(४) एक अजनवी से बात क्या की !
सरे शहर को इस चाहत की खबर हो गई !!
क्यों न दोष दूँ दिल-ऐ-नादान को.....!
क्योकि दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गई !!

(५) जिंदगी ने कई सवालात बदल दिया !
वक़्त ने मेरे हालत बदल दिया.....!!
इतने बुरे भी तो नहीं थे हम !
न जाने क्यों लोगो ने अपने खयालात बदल दिया !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 91)

(१) हर कदम पर हम आपके साथ हैं !
दूर होकर भी आपके पास हैं !!
आपको हो न हो पता पर रब की कसम..!
हमें आपकी कमी का हर पल एहसास हैं !!

(२) बिना बताए उस ने न जाने क्यों दुरी कर दी !
बिछर के मेरे मोहब्बत को अधूरी कर दी !!
मेरे मुकदर में गम आए तो क्या हुवा....!
खुदा ने उसकी ख्वाइश तो पूरी कर दी !!

(३) मेरा वजूद सिर्फ मेरी मोहब्बत से हैं !
मुझे गुरुर बहुत अपनी मोहब्बत पे हैं !!
मुझे चाहते होंगे और भी बहुत लोग...!
मगर मुझे मोहब्बत अपनी मोहब्बत से हैं !!

(४) अब तो हँस कर अरमान ही रुला देता हैं !
जो भी मिलता हैं दिल को दुखा देता हैं !!
वैसे भी ऐसा क्या हैं मुझमे जो याद करे दुनियाँ !
वक्त तो अच्छे - अच्छे को भुला देता हैं !!

(५) अश्को को मोती बना देती हैं दोस्ती !
ज़ख्मो पे मलहम लगा देती हैं दोस्ती !!
जब जीने की वजह ही न बची हो....!
तब मौत को भी जीना सिखा देती हैं दोस्ती !!

3 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 90)

(१) कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता !
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता !!
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं....!
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता !!

(२) जो हो गया उसे सोचा नहीं करते !
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते !!
कुछ हासिल उन्हें होता हैं जिंदगी में...!
जो दुःख की हालत में भी रोया नहीं करते !!

(३) इतना न तड़पाओ की सोचते रह जाए !
इतना भी न सताओ की रोते रह जाए !!
जिंदगी से बढ़ के चाह हैं तुमको....!
यूँ दिल न दुखाओ की सांसे रुक जाए !!

(४) आप आँखों से दूर दिल के करीब थे !
हम आपके और आप हमारे नसीब थे !!
न हम मिल सके, न जुदा हुवे......!
रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे !!

(५) जिंदगी में गम मिले तो मिले !
प्यार उसका कभी कम न मिले !!
मेरे खुदा तुमसे बस एक गुजारिश हैं !
चाहता हूँ मैं उसे जितना......
उस से दोगुना प्यार मुझे उसका मिले !!

2 मई 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 89)

(१) मेरे खुदा तू इतना रहम कर दे !
दिल ये मेरे तू पत्थर कर दे !!
सह न पायेंगे हम यार की जुदाई !
उसके रुक्सत से पहले मुझे दफ़न कर दे !!

(२) अपनों को याद करना प्यार हैं !
गैरों का साथ देना संस्कार हैं !!
दुश्मनो को माफ करना उपकार हैं !
और आप जैसे दोस्तों को परेसान करना जन्मसिद्ध अधिकार हैं !!

(३) दिल जलाना ख्वाइश हैं यार की !
उफ़ ये कैसी आजमाइश हैं यार की !!
अभी सूखने भी नहीं पाए थे ज़ख्म दिल के !
फिर से खुरेदना फरमाइश हैं यार की !!

(४) किसी के प्यार को भुलाना नहीं आया !
किसी के दिल को दुखाना नहीं आया !!
किसी के याद में तड़पना तो सिख लिया !
किसी को अपनी याद में तड़पाना नहीं आया !!

(५) चिरागों को आँखों में महफूज़ रखना !
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी....!!
मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी !
किसी न किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 88)

(१) तरसते हैं आपको ये बताने के लिए !
जिंदगी हैं आपका प्यार निभाने के लिए !!
जिंदगी में कभी मुझसे रूठ न जाना....!
हम मर भी जायेंगे आपको मनाने के लिए !!

(२) कसम दे कर मुझे मजबूर न करो !
खुद तनहा हो जाओगे इतना गुरुर न करो !!
माना की आप पे मेरा हक़ नहीं....!
पर अपनी यादो को तो हमसे दूर न करो !!

(३) रौशनी के लिए दिया जलता हैं !
शमा के लिए परवाना जलता हैं !!
कोई दोस्त न हो तो दिल जलता हैं !
और दोस्त आप जैसा हो जो ज़माना जलता हैं !!

(४) यादों के गहरे ज़ख़्म अजीब होते हैं !
अपनों के साथ बिताये लम्हे अज़ीज़ होते हैं !!
सदा ताज़ा रहती हैं यादे उनकी....!
जो नज़रों के नहीं दिल के करीब होते हैं !!

(५) मुश्किल हैं इस यारी को भुला पाना !
मुश्किल हैं तुम्हे यादो से मिटा पाना !!
तुम एक कीमती तोहफा हो दोस्ती का !
मुश्किल है इस तोहफा की किम्मत चूका पाना !!

30 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 87)

(१) प्यार ने हमें बेनाम कर दिया !
हर ख़ुशी से हमें अंजान कर दिया !!
हमने नहीं चाहा की प्यार हमें भी हो !
पर उनकी आँखों ने हमें मजबूर कर दिया !!

(२) रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो !
की उसके दिल के सारे गम चुरा लो !!
इतना असर छोर दो किसी पे अपना !
की हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो !!

(३) नफरत लाख मिली मोहब्बत न मिली !
जिंदगी बीत गई पर राहत न मिली !!
तेरी महफिल में हर शक्स को हँसते देखा !
एक मैं था जिसे हँसने की इजाजत न मिली !!

(४) दिल के दर्द को छुपाना कितना मुस्किल हैं !
टूट के फिर मुस्कुराना कितना मुस्किल हैं !!
किसी के साथ दूर तक जा कर तो देखो...!
अकेला लौट के आना कितना मुस्किल हैं !!

(५) जो कमी थी वो दूर हो गई !
जिंदगी एक खिलता हुवा फूल हो गई !!
दुवा की थी एक सच्चे दोस्त की....!
तुम मिली तो लगा की शायद हमारी दुवा कबूल हो गई !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 86)

(१) बरा अजीब हैं ये जिंदगी का मोर !
अनजानी राहों में दोस्त बन जाते हैं !!
मिलने की ख़ुशी दे न दे पर.....!
बिछरने का गम जरुर दे जाते हैं !!

(२) मौसम नहीं जो पल भर में बदल जाऊ !
जमीन से दूर कहीं और ही निकल जाऊ !!
पुराने वक्त का सिक्का हूँ मुझे फेक न देना !
बुरे दिनों में शायद मैं ही चल जाऊ !!

(३) सब कुछ हैं मेरे पास पर दिल की दवा नहीं !
वो दूर हैं मुझ से पर मैं खफ़ा नहीं......!!
मालूम हैं अब भी प्यार करती हैं मुझसे !
वो थोरी जिद्दी हैं मगर बेवफ़ा नहीं...!!

(४) दिल यूँ ही किसी पर आता नहीं !
प्यार यूँ ही किसी से किया जाता नहीं !!
प्यार करो तो दर्द सहने की आदत डाल लेना !
क्योकि ये वो दर्द हैं जो "मूव" से भी जाता नहीं !!

(५) हर वक्त हँसने की आदत हो गई हैं !
जिंदगी तेरे यादों की इबादत हो गई हैं !!
बस साँस चल रही हैं इस मुर्दे जिस्म में !
रूह तेरे साथ ही रुक्सत हो गई हैं....!!

29 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 85)

(१) किसी को प्यार इतना देना की हद न रहे !
पर ऐतबार भी इतना करना की शक न रहे !!
वफ़ा इतना करना की बेवफाई न रहे !
और दुवा इतना करना की जुदाई न रहे !!

(२) दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती हैं !
दोस्ती सुख - दुःख की पहचान होती हैं !!
कोई रूठ जाए तो दिल पे मत लेना !
क्योकि दोस्ती ज़रासी नादान होती हैं !!

(३) क्या करूँगा उसका इंतज़ार करके !
जब चली गई वो मुझे बर्बाद करके !!
सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा !
मगर मिली सिर्फ तन्हाई उसे प्यार करके !!

(४) चाहे वफ़ा में ठोकरे खाते रहो !
फिर भी रस्म-ऐ-वफ़ा निभाते रहो !!
यही तो इश्क का दस्तूर हैं !
ज़ख्म खाओ फिर भी मुस्कुराते रहे !!

(५) कल तक तनहा थे आज इंतज़ार हैं !
कल तक कुछ नहीं न था आज ऐतबार करते हैं !!
यूँही आपको हिचकीयाँ नहीं आती.....!
हम याद ही आपको बार - बार करते हैं !!

28 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 84)

(१) दिल की अमीरी बाज़ार में नहीं मिलती !
सच्ची दोस्ती हर डाल पे नहीं खिलती !!
अपनों पे सदा ऐतबार रखो दोस्त...!
क्यों की सच्ची दोस्ती बार - बार नहीं मिलती !!

(२) एक मुलाकात करो हम से इनायत समझ कर !
देंगे जिंदगी का हिसाब क़यामत समझ कर !!
कभी हमारी दोस्ती पर शक न करना....!
हम दोस्ती भी करते हैं तो इबादत समझ कर !!

(३) पास बैठकर दिल उदास नहीं होता !
वक़्त गुजरते हैं कैसे ये एहसास नहीं होता !!
बिछर कर भर आती हैं आँखे......!
मगर आंसू पोछने के लिए कोई पास नहीं होता !!

(४) दिल को खरीदने वाले हजार मिल जायेंगे !
आपको दगा देने वाले हजार मिल जायेंगे !!
मिलेगा न आपको हम जैसा कोई.....!
मिलने को तो दोस्त बेसुमार मिल जायेंगे !!

(५) न जाने मौत क्यों नहीं आती !
ये साँस बंद क्यों नहीं हो जाती !!
नफरत हैं इस जिंदगी से मुझे !
न जाने फिर भी खुदा को मेरी याद क्यों नहीं आती !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 83)

(१) न पूछो हमसे कोई सवाल !
जिंदगी खुद सवाल बन के रह गई !!
दर्द इतना हैं इस सीने में की.....!
ख़ुशी एक ख्याल बन कर रह गई !

(२) न कभी मुस्कुराहट तेरे होठों से दूर हो !
तेरी हर ख्वाइश हकीकत को मंजूर हो !!
हो जाए कभी जो तू मुझसे खपा....!
खुदा न करे मुझसे कभी ऐसा कसूर हो !!

(३) आगोश-ए-सितम में ही छुपा ले कोई !
तनहा हूँ तड़पने से बचा ले कोई !!
सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुबान !
बस आज तो जी भर के रुला दे कोई !!

(४) आइना हूँ मेरे सामने आ कर तो देखो !
खुद नज़र आओगे आँखे मिला कर तो देखो !!
दिल आपका हैं जान भी दे दूँ आप पर !
बस मेरे साथ जरा दिल से निभा के तो देखो !!

(५) उसे उदास कर खुद भी रोना हैं !
ये हादसा जाने क्यों होना हैं !!
तोर कर मुझे वो यूँ जोरते हैं अक्सर !
जैसे उनके वास्ते दिल मेरा कोई खिलौना हैं !!

27 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 82)

(१) ख्वाबो की बरात सजाना मुस्किल हैं !
आपकी मुलाकात को भुलाना मुस्किल हैं !!
इस कदर रंगा हैं दिल आप के प्यार में !
की इस दिल से आप को निकालना मुस्किल हैं !!

(२) तेरी ख़ामोशी मुझे तेरी ओर खिचती हैं !
मेरी हर आह तेरी तकलीफ समझती हैं !!
मालूम हैं की मजबूर हो तुम......!
फिर भी मेरी नज़र तेरे दीदार को तरसती हैं !!

(३) सब से अलग सबसे न्यारे हो आप !
तारीफ पूरी न हो इतने प्यारे हो आप !!
आज पता चला ज़माना क्यों जलता हैं आपसे !
क्योकि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप !!

(४) कही पर गम कही सरगम !
ये सारे कुदरत का नज़ारे हैं !!
प्यासे तो वो भी रह जाते हैं !
जो दरिया के किनारे हैं !!

(५) तरसते थे जो मिलने को हमसे कभी !
आज वो मेरे साए से कतराते हैं !!
हम भी वही हैं दिल भी वही हैं !
न जाने क्यों लोग बदल जाते हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 81)

(१) जिए हुवे लम्हों को जिंदगी कहते हैं !
जो दिल को सुकून दे उसे ख़ुशी कहते हैं !!
जिसके होने की ख़ुशी से जिंदगी मिले !
ऐसे ही रिश्तो को दोस्ती कहते हैं !!

(२) ये पैगाम तो एक बहाना हैं !
इरादा तो आपको हमारी याद दिलाना हैं !!
आप याद करे या न करे कोई बात नहीं !
पर आपकी याद आ रही हैं बस इतना बताना हैं !!

(३) सादगी से सुन्दर सूरत हैं तेरी !
दिल में जो समाई वो मूरत हैं तेरी !!
डूब के जिसमे खो जाता हूँ अक्सर...!
ये आँखे भी बहुत खुबशुरत हैं तेरी !!

(४) दिल में बसा एक नाम हैं !
उनकी खुशबू तक की हमें पहचान हैं !!
अगर हमारे न हो सके वो तो कोई गम नहीं !
क्योकि इश्क में लुट जाना आशिको का काम हैं !!

(५) लाजबाब हैं हमारा जीने का फसाना !
कोई सीखे हमसे हर पल मुस्कुराना !!
कोई मेरी हँसी को नज़र न लगाना !
बरी मुस्किल से सिखा हैं गम छुपा कर मुस्कुराना !!

26 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 80)

(१) वक्त हैं बदला और बदली सी कहानी हैं !
संग मेरे हसीन पल की यादे पुराणी हैं !!
न लगा तू मेरे जख्म पर मलहम....!
मेरे पास उसकी बस यही एक निशानी हैं !!

(२) निकले कोई अगर दिल में बस जाने के बाद !
दर्द होता हैं बहुत बिछर जाने के बाद....!
जो पास होते हैं उनकी कदर नहीं होती !
कमी महसूस होती हैं दूर जाने के बाद !!

(३) तेरी याद में जियेंगे मरेंगे !
तुझे अपनी पलकों में छुपा लेंगे !!
उस चाँद से हमें क्या लेना....!
हम तो इस धरती के चाँद को सिने से लगा लेंगे !!

(४) इन दूरियों को बेरुखी मत समझो !
इन खामोशियों को नाराजगी मत समझो !!
हर कदम पर साथ देंगे तुम्हारा....!
जिंदगी ने साथ न दिया तो बेवफ़ा मत समझना !!

(५) मैंने कहा वो अजनबी हैं !
दिल ने कहा दिल लगी हैं !!
मैं ने कहा सपना हैं !
दिल ने कहा फिर भी अपना हैं !!
मैंने कहा मेरी हार हैं !
दिन ने कहा यही तो प्यार हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 79)

(१) उनकी याद बेचैन बना जाती हैं !
हर जगह हमें आपकी सूरत नज़र आती हैं !!
कैसा हाल किया आपके प्यार ने.....!
नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं !!

(२) हर ज़ख्म किसी ठोकर की मेहरबानी हैं !
मेरी जिंदगी बस एक कहानी हैं !!
मिटा देते सनम के दर्द को सिने से !
पर ये दर्द ही तो उसकी प्यार की निशानी हैं !!

(३) मेरी आवाज़ उन्हें सुनाई नहीं देती !
अब तो कोई उम्मीद भी दिखाई नहीं देती !!
परवाह हैं उन्हें सारी दुनिया की.....!
बस एक मेरी ही तन्हाई उन्हें दिखाई नहीं देती !!

(४) हमारी हर अदा का आइना आपसे हैं !
हमारी हर मंजिल का रास्ता आपसे हैं !!
कभी न दूर होना हमारी जिंदगी से !
हमारी हर ख़ुशी का वास्ता आपसे हैं !!

(५) हस्तिया मिट गई नाम कमाने में !
उम्र बीत गई एक खुशियाँ पाने में !!
एक पल में दूर न हो जाना हम से !
हमें तो सालो लगे हैं आप जैसा दोस्त पाने में !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 78)

(१) हम मौजूद थे उजालो के तरह !
वो निकले ही नहीं ढूंढ़नेवालो की तरह !!
दिल तो क्या हम रूह में भी उतर जाते !
उसने चाहा नहीं चाहने वालो की तरह !!

(२) कुछ पल में सब दूर होते गए !
वक्त के आगे मजबूर होते गए !!
बस हम बेवफ़ा बने.....!
और सब बेकसूर होते गए !!

(३) हमारी गलतियों से टूट न जाना !
हमारी शरारत से कही रूठ न जाना !!
तुम्हारी दोस्ती ही हमारी जिंदगी हैं !
इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना !!

(४) तन्हाई का उसने मंजर नहीं देखा !
अफ़सोस की मेरे दिल के अंदर नहीं देखा !!
दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने.... !
जो उस लम्हों को जी कर नहीं देखा !!

(५) मेरे मोहब्बत का एतबार कर लो !
भुला के ज़माना हम से प्यार कर लो !!
चुरा लेंगे एक दिन जहाँ से तुझे....!
चाहे जितना भी तुम इनकार कर लो !!

25 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 77)

(१) बैठे थे तनहा किसी के आस में !
कुछ नहीं यादो के अलाबा मेरे पास में !!
सोचते हैं क्या हुवा जो कोई नहीं करीब मेरे !
रेगिस्तान भी तो जीता हैं बरसात की आस में !!

(२) तू ही बता दिल को समझाऊ कैसे !
जिसे चाहूँ उसे नजदीक लाऊ कैसे !!
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास हैं वो !
पर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊ कैसे !!

(३) ये वादा हैं तुमसे हमारा !
टूटेगा न ये रिश्ता हमारा !!
अगर सांसो की डोर टूट गई !
साथ देने के लिए लेंगे जन्म दुबारा !!

(४) दुश्मन भी पेश आए हैं दिलदार की तरह !
नफरत मिली हैं उनसे प्यार की तरह !!
वो बेवफाई करके भी शर्मिंदा न हुए !
सूली पे चढ़े हम गुनहगार की तरह !!

(५) आँखे थक गई आपके इंतज़ार में !
वक्त ने लुटा हमें भरे बाज़ार में !!
क्यों नहीं आए आप हमसे मिलने !
हम में कमी थी या हमारा प्यार में !!

23 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 76)

(१) भींगी पलकों के साथ आँखे नाम थी !
जिंदगी उन से शुरू उन्ही पर ख़तम थी !!
वो रूठ के दूर चले गए हम से.....!
शायद उन्हें लगा की हमें उनसे मोहब्बत कम थी !!

(२) मुदत्त से थी उनसे मिलने की आरजू !
ख्वाइश-ए-दीदार में सब कुछ गवा दिया !!
किसी ने कहा वो आयेंगे रातो को.....!
इतना किया उजाला की घर तक जला दिया !!

(३) किस ने कहा की अनजान बन के आया करो !
दिल के आइने में मेहमान बन के आया करो !!
तुझे ही बक्षी हैं दिल की हुकूमत.....!
ये तेरी सल्तनत हैं सुलतान बन के आया करो !!

(४) क्यों कोई मुझे याद करेगा !
क्यों कोई मेरे लिए फरियाद करेगा !
अरे मैं तो एक आवारा पागल हूँ !
कौन पागल के लिए अपना कीमती वक्त बर्बाद करेगा !!

(५) मजबूरियों को हम आँखों में छुपा लेते हैं !
हम कहाँ रोते हैं हालात रुला देते हैं !!
हम तो हर पल याद करते हैं आपको !
पर आप याद न करने का इलज़ाम लगा देते हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 75)

(१) तुम हो सुबह और साम की तरह !
तुम हो खुशियों के पैगाम की तरह !!
तुमको मिलने कब बुलाया हैं.......!
तुम याद रहते हो मुझे मेरे नाम की तरह !!

(२) कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से !
गम जरुर होता हैं किसी के भूल जाने से !!
जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं !
जाने क्यों आँशु आ जाते हैं उसकी याद आने से !!

(३) हमें उन से कोई सिकायत नहीं !
शायद हमारी किस्मत में चाहत नहीं !!
मेरी तक़दीर को लिखके उपरवालेभी मुकर गए !
पूछा तो बोला ये मेरी लिखबट नहीं.....!!

(४) बिना बताए उसने न जाने क्यों दुरी करदी !
बिछर के मोहब्बत ही अधूरी करदी....!!
मेरे मुकद्दर में गम आए तो क्या हुवा !
खुदा ने उसकी ख्वाइश तो पूरी करदी !!

(५) हमने चाहा हैं जिन्हें वो लाखों में एक हैं !
जाना हैं हमने उन्हें वो दिल के भी नेक हैं !!
उनकी दीवानी तो सारी दुनियाँ वाले हैं !
लेकिन हमारी दुनियाँ ही वो एक हैं !!

21 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 74)

(१) इस दिल से दूर वो जाते भी नहीं !
हकीकत में सामने वो आते भी नहीं !!
औरो के लिए वो रोते हैं रात - दिन !
पर मेरे लिए थोरा सा मुस्कुराते भी नहीं !!

(२) प्यार जिसे हम पा न सके !
एक जिंदगी जिसे हम निभा न सके !!
एक आप हैं जो हमें याद नहीं करते !
एक हम हैं जो आप को भुला न सके !!

(३) कुछ पल की ख़ुशी साथ में हैं !
ऐसा कोई लकीर हमारे हाथ में हैं !!
दूर रह कर भी आप को याद करते हैं हम !
शायद कोई बहुत प्यारी सी बात आप में हैं !!

(४) कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से !
गम जरुर होता हैं किसी के भूल जाने से !!
जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं !
जाने क्यों आँसू आ जाते हैं उसकी याद आने से !!

(५) अपने होठों पर सजा कर तुझे !
बस तेरे ही गीत गाना चाहता हूँ !!
जल कर बुझ जाना हमारी किश्मत में सही !
बस एक बार रौशन हो जाना चाहता हूँ !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 73)

(१) जिंदगी में कुछ न मिला तो क्या ग़म हैं !
आप जैसा दोस्त पाया ये क्या कम हैं !!
एक छोटी सी जगह पाई हैं आप के दिल में !
वो जगह क्या किसी ताजमहल से कम हैं !!

(२) आइना देखोगे तो मेरी याद आएगी !
साथ गुजरा वो मुलाकात याद आएगी !!
पल भर के लिए वक्त ठहर जाएगा !
जब भी आपको मेरी कोई बात याद आएगी !!

(३) मौजूदगी जरुरी नहीं, जरुरी तप एहसास हैं !
हम कहीं दूर नहीं, आपके आस - पास हैं !!
देखिये तो ज़रा अपने मन की आँखों से हमें !
हम तो हर कदम पर आपके साथ - साथ हैं !!

(४) मोहब्बत वो हैं जो सताती हैं !
नाज़ुक से दिल को तड़पाती हैं !!
करना न तुम कभी मोहब्बत किसी से !
कमबख्त ये वो हैं जो हँसते लोगो को भी रुलाती हैं !!

(५) बस इतने में ही कश्ती डूबा दी हमने !
जहाँ पहुचना था वो किनारा न रहा !!
गिर परते हैं लरखरा के कदमो से !
जो थामा करता था आज वो सहारा न रहा !!

20 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 72)

(१) रोज़ एक नई सिकायत हैं आपसे !
न जाने कैसी चाहत हैं आपसे !!
कहने को तो बहुत लोग हैं हमारे आस - पास !
दिल को न जाने कैसी मोहब्बत हैं आपसे !!

(२) एहसान किया उसने मुझे प्यार सिखाके !
होती हैं क्या चाहत ये मुझको समझाके !!
कुर्बानी हैं प्यार का असली मतलब !
छोर दिया मेरा साथ बस इतना बताके !!

(३) चाह कर भी हमसे जुदा न रह सकोगे !
रूठ कर भी हमसे खपा न रह सकोगे !!
रिश्ता नीभाने का मेरा अंदाज़ ही कुछ ऐसा हैं !
आप हमारे बिना एक पल भी न रह सकोगे !!

(४) प्यार से चाहो अरमान मांगलो !
रूठ कर चाहो मुस्कान मांगलो !!
बस तमन्ना ये हैं की न देना कभी धोखा !
फिर हँस के चाहे मेरी जान मांगलो !!

(५) तरस जाओगे एक अदा के लिए !
मचल जाओगे एक नज़र के लिए !!
न करना प्यार में बेवफाई कभी !
वर्ना जिंदगी भर ताड्पोगे किसीके वफ़ा के लिए !!

19 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 71)

(१) याद करने से किसी की दीदार नहीं होती !
यूँही किसी को याद करना प्यार नहीं होती !!
यादों में किसी के हम भी तरपते हैं .....!
बस उसे हमारे दर्द का एहसास नहीं होती !!

(२) क्या खूब उनकी आँखों की चमक देखी !
हर सूरत में बस उनकी झलक देखी !!
अचानक दिल बेकाबू हो के रोने लगा !
जब मैंने आंशुओ में भींगी उनकी पलक देखी !!

(३) वो नज़र कहाँ से लाऊ जो तुम्हें भुला दे !
वो दुवा कहाँ से लाऊ जो दर्द मिटा दे !!
बिछरना तो हाथो के लाकिड़ो में लिखा हैं !
वो तक़दीर कहाँ से लाऊ तो तुमसे मिला दे !!

(४) कोई आँखों से बात कर लेता हैं !
कोई आँखों में मुलाकात कर लेता हैं !!
बड़ा मुस्किल होता हैं जबाब देना !
जब कोई खामोश रह कर सवाल के लेता हैं !!

(५) कभी - कभी इन आँखों में नमी सी होती हैं !
कभी - कभी इन होठों पे हँसी सी होते हैं !!
एक अनजान सा रिश्ता हैं मेरा....!
वो तुम्ही हो जिस से मेरी जिंदगी - जिंदगी सी होती हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 70)

(१) बहुत खुबशुरत हो तुम !
खुद को दुनियाँ की नज़रों से बचाया करो !!
सिर्फ आँखों में काजल ही नहीं...!
गले में निम्बू मिर्च भी लटकाया करो !!

(२) बहुत खुबशुरत हैं ये दुवा हमारी !
फूलों की तरह महके ये जिंदगी तुम्हारी !!
मुझे क्या चाहिए और जिंदगी से.... !
बस कभी ख़त्म न हो ये दोस्ती हमारी !!

(३) बात - बात पे लोग रूठ जाते हैं !
हाथ उनके अनजाने में छुट जाते हैं !!
कहते हैं बार नाज़ुक हैं प्यार का रिश्ता !
इसमें हँसते - हँसते भी दिल टूट जाते हैं !!

(४) भूल शायद बहुत बरी करली !
हमने दुनियाँ से दोस्ती करली !!
तुम मोहब्बत को खेल समझते हो !
हम ने तो बर्बाद अपनी जिंदगी करली !!

(५) जिंदगी गुजर जाएगी आहिस्ता - आहिस्ता !
फिर ये वक्त याद आएगा आहिस्ता - आहिस्ता !!
क्या आप मुझे याद रखोगे हमेशा....!
या फिर याद मिट जाएगी आहिस्ता - आहिस्ता !!

18 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 69)

(१) कितना सरुर रात की तनहाइयों में था !
चुप था चाँद जैसे रुसवाइयों में था !!
लोग जाग रहे थे इबादत के लिए !
और ये दिल किसी की यादों की गहराइयों में था !!

(२) वादा हमने किया था निभाने के लिए !
एक दिल दिया था एक दिल पाने के लिए !!
उन्होंने मोहब्बत सिखा दी और कहा की...!
हमने मोहब्बत की थी किसी और को जलाने के लिए !!

(३) साथ अगर दोगे तो मुश्कुरायेगे जरुर !
दोस्ती दिल से करोगे तो निभायेगे जरुर !!
राह में कितने कांटे भी क्यों न हो !
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आयेंगे जरुर !!

(४) फिर दूर से एक बार सता दो मुझे !
मेरी तन्हाई का एहसास दिला दो मुझे !!
तू तो रौशनी है तुझे मेरी ज़रूरत क्या होगी !
मैं दिया हूँ किसी दहलीज़ पर ही जला दो मुझे !!

(५) जितना मज़ाक दुनियाँ उराती हैं !
उतनी ही तक़दीर जगमगाती हैं !!
जब करम खुदा का होता हैं !
तो जिंदगी पल भर में बदल जाती हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 68)

(१) तुझे हर मोड़ पे कोई न कोई चाहेगा !
पर मेरे जैसा यार तू कहाँ पाएगा !!
हम तो बिना बोले जान लुटा देंगे तुझपे !
पर तू मेरे मरने का गम न सह पाएगा !!

(२) शाम की शमा में एक तस्वीर नज़र आती हैं !
तब इन होठों से एक बात निकल आती हैं !!
कब होगी उनसे जी भर के बातें !
बस ये सोच हर शाम गुजर जाती हैं !!

(३) जिंदगी हर पल ढलती हैं !
जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती हैं !!
कितने भी गम हो हर हाल में हँसते रहना !
क्योकि ये जिंदगी ठोकर से ही सम्भलती हैं !!

(४) अँधेरे ने कभी रौशनी नहीं देखि !
मौत ने कभी जिंदगी नहीं देखि !!
जो कहते हैं मिट जाती हैं दूरियों से दोस्ती !
उन्होंने शायद हमारी दोस्ती नहीं देखि !!

(५) टूट जाते है बिखर जाते हैं !
काँच के घर में मुकदर अपने !!
अजनबी तो सदा प्यार से मिलते हैं !
भूल जाते हैं तो अक्सर अपने !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 67)

(१) किसी को दर्द की गहराई मार डालेगी !
किसी को प्यार की सच्चाई मार डालेगी !!
बिछर के मोहब्बत में कोई जी नहीं सकेगा !
जो बच गया उसे तन्हाई मार डालेगी !!

(२) जख्म छुपाने के लिए बहाना चाहिए !
दर्द सुनाने के लिए ज़माना चाहिए !!
हर शक्स करीब आके चला जाता हैं !
एक वो ही नहीं आये जिनको आना चाहिए !!

(३) दोस्ती के बंधन कुछ अजीब होते हैं !
जितने नाजुक उतने ही मजबूत होते हैं !!
उठा लेते हैं जो काँटों को हाथो में !
फूल भी उन्ही हो नसीब होते हैं !!

(४) एक काँच ने पत्थर से मोहब्बत करली !
टकरा कर उससे अपनी जिंदगी चकनाचूर करली !!
काँच की दीवानगी तो देखिए......!
अपने हजारो टुकरो में भी उसकी तस्वीर भरली !!

(५) रुला कर वो हमें खुश हो जायेंगे !
साथ में न सही दूर जाके मुस्कुरायेंगे !!
दुवा हैं खुदा से उनको दर्द न देना !
हम तो सह गए पर वो टूट जायेंगे !!

15 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 66)

(१) उनकी याद में जलना अजीब लगता हैं !
धीरे - धीरे से पिघलना अजीब लगता हैं !!
सारी दुनियाँ के बदलने से मुझे फर्क नहीं परता !
बस कुछ अपनों का बदलना अजीब लगता हैं !!

(२) मेहनत लगती हैं सपनो को हकीकत बनाने में !
होसला लगता हैं बुलंदियों को पाने में .....!!
अरसा लगता हैं एक जिंदगी बनाने में !
जिंदगी भी कम पर जाती हैं एक सच्चा दोस्त पाने में !!

(३) हर खामौशी में दो बात होती हैं !
हर दिल में एक याद होती हैं !!
आपको पता हो या न हो ...!
आपकी ख़ुशी के लिए रोज हमारी फरियाद होती हैं !!

(४) रूठे हुए को मनाना जिंदगी हैं !
दुसरो को हँसाना जिंदगी हैं !!
कोई जीत कर खुश हुवा तो क्या हुवा !
सब कुछ हार कर मुश्कुराना जिंदगी हैं !!

(५) मुमकिन नहीं इस प्यार को भुला पाना !
मुमकिन नहीं आपको यादों से मिटा पाना !!
आप एक कीमती तोहफा हो दोस्ती का !
मुमकिन नहीं इस तोहफे की किम्मत चूका पाना !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 65)

(१) जिंदगी भर उनका साथ न भूल पाएगे !
वो समझते हैं हम सब भूल जाएगे !!
हर कोई नहीं होता मेरे जैसा .....!
ये किसी दिन वो खुद समझ जाएगे !!

(२) किसी के दिल में बसना बुरा तो नहीं !
किसी को दिल में बसाना खता तो नहीं !!
गुनाह होगा दुनियाँ की नजरो में तो क्या हुवा !
दुनियाँ वाले खुदा तो नहीं ?? !!

(३) गालो पे आसुओ की लकीर बन गई !
कभी न सोचा था ऐसी तक़दीर बन गई !!
हमने तो फिराई थी यूँही रेत पे उँगलियाँ !
देखा तो तुम्हारी तस्वीर बन गई !!

(४) यादों का ये शिलशिला बनाए रखना !
दोस्त कहा हैं तो दोस्ती बनाए रखना !!
जान तो नहीं मागेंगे हम आपसे !
गुजारिश हैं आपसे की जान पहचान बनाए रखना !!

(५) हर सपनो को अपनी साँसों में रखलो !
हर मंजिल को अपनी बाहों में रखलो !!
जीत जरुर मिलेगी आपको....!
बस अपने इरादों को अपनी निगाहों में रखलो !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 64)

(१) दिल से दूर जिन्हें हम कर न सके !
पास भी उन्हें हम पा न सके !!
मिटा दिया प्यार जिसने हमारे दिल से !
हम उनका नाम लिख कर भी मिटा न सके !!

(२) मज़ा आता हैं हमें आपको सताने में !
रूठेही न कोई तो मज़ा क्या हैं मनाने में !!
एक तुम से ही हैं ख़ुशी जरासी ......!
वर्ना राख हैं दुनियाँ क्या हैं जमाने में !!

(३) काश ये जिंदगी हसीन होती !
खुद के चाहने से हर दुवा कबूल होती !!
कहने को तो सब अपने हैं......!
पर काश कोई ऐसा होता जिसे मेरे दर्द से तकलीफ होती !!

(४) तारो में अकेला चाँद जगमगाता हैं !
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता हैं !
काँटों से मत घबराना एय मेरे दोस्त !
काँटों में ही अकेला गुलाब मुश्कुरता हैं !!

(५) अब इस इंतज़ार की आदतसी हो गई हैं !
ख़ामोशी अब एक हालात सी हो गई हैं !!
न शिकवा न शिकायत हैं किसी से .... !
क्योकि अब अकेलापन से मोहब्बत सी हो गई हैं !!

13 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 63)

(१) जब नदी में पानी आती हैं तो किनारे टूट जाते हैं !
जब नया दोस्त मिलते हैं तो पुराना छुट जाते हैं !!
मगर ये मत भूलना एय मेरे दोस्त.....!
जब नए दिल दुखाते हैं तो पुराने ही याद आते हैं !!

(२) कैसे कहूँ की उल्फत नहीं हैं !
आपको याद करने की फुरसत नहीं हैं !!
आप कहदो तो भुला दूँ जमाने को !
पर आपको भूलने की मुझमे हिम्मत नहीं हैं !!

(३) कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं !
इश्क के कच्चे धागे टूट जाते हैं !!
झूठ बोलता होगा चाँद भी.... !
इसलिए तो रूठ के तारे टूट जाते हैं !!

(४) दिल में आरजू के दिए जलते रहेंगे !
आँखों से आँशु निकलते रहेंगे !!
तुम शमा बनकर रौशनी तो करो !
हम मोम बनकर हमेशा पिघलते रहेंगे !!

(५) ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर !
रखना थोड़ा भरोसा तुम हम पर !!
हम निभायेगे हर रिश्ता को इस कदर !
की आप ना भूल पाओगे हमें ज़िन्दगी भर !!

12 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 62)

(१) चाहने से कोई चीज अपनी तो नहीं होती !
हर मुश्कुराहत अपनी तो नहीं होती !!
पाना तो सभी चाहते हैं बहुत कुछ !
मगर कभी वक्त तो कभी किश्मत साथ नहीं होती !!
 
(२) जीने की नई अदा दी हैं !
खुश रहने की उसने दुवा दी हैं !!
एय खुदा उसे सारा जहाँ देना !
जिसने मुझे अपने दिल में जगह दी हैं !!
 
(३) मेरी बर्बादी पे तू मज़ाक न करना !
भूल जाना मुझे मेरा खयाल न करना !!
तेरी ख़ुशी के लिए कफ़न भी ओढ़ लेंगे !
तू मेरी लाश से कोई सवाल न करना !!
 
(४) लहरों से समंदर की गहराई नहीं मिलती !
पंख होने से आकाश की उचाई नहीं मिलती !!
यूँ तो कट जाता हैं वक्त उलझनों में !
पर आप की यादों से ही कभी रिहाई नहीं मिलती !!
 
(५) जो सफ़र की सुरुवात करते हैं !
वो मंजिल को पार करते हैं !!
बस एक बार चलने का हौसला रखिए !
अच्छे इन्सान का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 61)

(१) बंद होठों से गम छुपाते गए !
खुली आँखों से प्यार लुटाते गए !!
हर एक से धोखा खाया इस जहाँ में !
लेकिन सब के लिए हर पल मुश्कुराते गए !!

(२) कैसे कह दूँ की उन से मिलने की चाहत नहीं !
बेकरार दिल को अब भी राहत नहीं !!
भुला देते उन्हें भी मगर क्या करे !
किसी को भूलने की इस दिल को आदत नहीं !!

(३) पानी से तस्वीर कहाँ बनती हैं !
ख्वाबो से तक़दीर कहाँ बनती हैं !!
किसी से दोस्ती करो तो सच्चे दिल से करो !
क्योकि ये ज़िन्दगी फिर कहाँ मिलती हैं !!

(४) हर इश्क में ऐसा मोड़ क्यों आता हैं !
एक साथी दुसरे को तनहा छोड़ जाते हैं !!
जन्मो तक साथ निभाने वाले...!
बेगानों की खातिर अपनों का दिल क्यों तोर जाते हैं !!

(५) दूर होने का कोई गम न करो !
याद कर पर आँखे नम न करो !!
तुम्हारी ख़ुशी में ही हैं हमारी ख़ुशी !
इसलिए अपनी प्यारी मुश्कान कम न करो !!

9 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 60)

(१) वो खुद नहीं जानते वो कितने प्यारे हैं !
जान हैं हमारी हमें जान से प्यारे हैं !!
लोगों के कहने से क्या होता हैं !
वो कल भी हमारे थे आज भी हमारे हैं !!

(२) थोड़ी ही सही मगर एक याद तो हैं !
कुछ न सही मगर कोई बात तो हैं !!
न सोच के भी हम आपको सोचते हैं !
निगाहों से दूर सही पर कोई साथ तो हैं !!

(३) बेसक कुछ वक़्त का इंतजार मिला हमको !
खुदा से भी बढ़ कर यार मिला हमको !!
न रही तमन्ना किसी को पाने की !
तेरी दोस्ती से इतना प्यार मिला हमको !!

(४) जमाने से नहीं तन्हाई से डरते हैं !
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं !!
दिल में उमंग हैं आपसे मिलने की !
लेकिन मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं !!

(५) गम के सागर में कभी डूब न जाना !
मंजिल न भी मिले तो टूट न जाना !!
ज़िन्दगी में अगर दोस्त की कमी महसूस हो !
तो हम अभी जिन्दा हैं ये भूल न जाना !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 59)

(१) गुलसन में भी बहार आते हैं !
हर किसी पे हम कहाँ यकीन कर पाते हैं !!
दिल का जिसपे होता हैं ज्यादा भरोसा !
कसम से उसी से हम धोखा खाते हैं !!

(२) सौ दूरियों पे रह कर भी जुदा न थे !
वो मेरी जिंदगी थे बेवफा न थे !!
जरा सी बात को क़यामत बना डाला !
वर्ना कभी वो मुझसे इतना खफा न थे !!

(३) हुस्न वाले खूब वफाओ का सिला देते हैं !
हर मोड़ पे एक ज़ख्म नया देते हैं !!
अए दोस्त इस जहाँ में कोई अपना नहीं !
जब आग लगती हैं तो पत्ते भी हवा देते हैं !!

(४) दर्द ने पलकों पे सजाया मुझको !
जिंदगी क्या हैं ये बताया मुझको !!
जब भी दिल में हँसने की तमन्ना जागी !
मेरी तक़दीर ने जी भर के रुलाया मुझको !!

(५) चाहत को रोग बना लेने दो !
पलकों के बिच छुपा लेने दो !!
बाद में तुम तक़दीर बताना मेरी !
पहले मुझे ख्वाब सजा लेने दो !!

8 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 58)

(१) दिन का उजाला हो या रात की ख़ामोशी !
आपकी याद हमें तनहा होने नहीं देती !!
खुदा ने दिया हमें आप जैसा दोस्त !
बस ये ख़ुशी हमें रात भर सोने नहीं देती !!

(२) तेरी याद में जरा आँखे भिंगो लूँ !
उदास रात की तनहाई में सो लूँ !!
अकेले गम का बोझ अब संभालता नहीं !
अगर तू मिलजाए तो तुझसे लिपटके रो लूँ !!

(३) मोहब्बत भी अजीब सी होती हैं !
हर लम्हा उनकी कमी सी होती हैं !!
चाहते हैं उनको इस कदर हम !
ज़रा सी खरोच उनको लगे तो हमें तकलीफ होती हैं !!

(४) हर किसी को हम नहीं आजमाते !
हर किसी को हम नहीं सताते !!
सताते हैं तो सिर्फ दिल में रहने वालो को !
गैरों की तरफ तो हम नज़र भी नहीं उठाते !!

(५) हँसी मेरी थी पर चेहरा उनका था !
मेरे इस दिल पे सिर्फ नाम उनका था !!
जिसके लिए मैंने की अपनों से बगावत !
मेरे ही खिलाफ हर इलज़ाम उनका था !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 57)

(१) दिल के हर गम को हँस कर उराते चले गए !
राहे वफ़ा में खुद को मिटाते चले गए !!
कुछ इस कदर गुजरी हैं जिंदगी अपनी !
खुद रोए और सब को हँसाते चले गए !!

(२) जिंदगी का और कुछ न इरादा हैं !
बस तेरा साथ देने का वादा हैं !!
साथ तुम हो तो सबकुछ मेरा हैं !
वर्ना जिंदगी जीने का मकसद अधुरा हैं !!

(३) ऐसा भी हो कभी उनसे मिला दे कोई !
कैसे हैं वो इतना तो बता दे कोई !!
वो तो खोए हैं अपने ही रंगों की दुनियाँ में !
मेरे दिल का हाल उन्हें बता दे कोई !!

(४) सपनो से दिल लगाने की आदत न रही !
हर वक्त मुश्कुराने की आदत न रही !!
ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा !
अब हमें रूठ जाने की आदत न रही !!

(५) उस पार ही सही किनारा तो हैं !
टिमटिमाता ही सही सितारा तो हैं !!
हो जाती हैं आपकी यादों से ही तसल्ली !
दूर ही सही कोई हमारा तो हैं !!

6 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 56)

(१) सब के चेहरे पे वो बात नहीं होती !
थोड़े अँधेरे से रात नहीं होती !!
जिंदिगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं !
कमबख्त उन्ही से तो मुलाकात नहीं होती !!

(२) क्यों कोई किसी का इंतजार करता हैं !
क्यों कोई किसी पे इतना एतबार करता हैं !!
खुदा ने बनाई ये कैसी रीत.....!
किसी को खबर नहीं की कोई उसको कितना प्यार करता हैं !!

(३) सुकून मिल गया दिल को बदनाम होके !
हर इलज़ाम पे बे जुबान होके !!
लोग पढ़ लेंगे तेरी आँखों में मोहब्बत मेरी !
तू लाख इनकार कर अनजान होके !!

(४) जाने क्या ज़माना हमसे चाहता हैं !
हर कोई हमें आज़माना चाहता हैं !!
जाने क्या हैं हमारे चेहरे में !
हर कोई हमें हँसा के फिर रुलाना चाहता हैं !!

(५) थोड़ासा दिल उदाश कर लिया करो !
हम से दुरी का एहसास कर लिया करो !!
हमेशा हम ही पहले याद करते हैं आपको !
कभी आपभी तो हमें याद कर लिया करो !!

5 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 55)

(१) बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता !
जो बीत गया वो गुजर क्यों नहीं जाता !!
वो एक चेहरा तो नहीं सारे जमाने में !
जो दूर हैं वो दिल से उतरा क्यों नहीं जाता !!

(२) फूल सबनम में डूब जाते हैं !
ज़ख्म मरहम में डूब जाते हैं !!
जब कोई सहारा नहीं मिलता हमें !
हम आपके यादों में डूब जाते हैं !!

(३) ख़ुशी की पल हो तुम्हारे लिए !
बहारो की गुलिस्ता हो तुम्हारे लिए !!
कामयाबी की मंजिल हो तुम्हारे लिए !
बस एक प्यारा सा दोस्त बनकर रहना हमारे लिए !!

(४) दोस्ती तो एक अनमोल ताज़ होता हैं !
दोस्त को जिसपे नाज़ होता हैं !!
कृष्णा और सुदामा को देख कर पता चलता हैं !
की भगवान् भी दोस्ती का मोहताज़ हैं !!

(५) चाँद की जुदाई में आसमान भी रोता हैं !
उसकी झलक पाने को हर सितारा तरसता हैं !!
बादल का दर्द भी देखो जानेमन !
चाँद की याद में वो भी बरसता हैं !!

1 अप्रैल 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 54)

(१) कुछ दोस्तों ने हमको भी मशहूर कर दिया !
गम में भी मुश्कुराने पर मजबूर कर दिया !!
आप भी सामिल हैं उन गिनती के लोगों में !
जिन्होंने हमें काँच से कोहिनूर कर दिया !!

(२) यादें आँशु होती तो छलक जाती !
यादें लिखावट होती तो मिट जाती !!
यादें तो जिंदगी में बसा वो एहसास हैं !
जो लाख कोशिश के बाद भी लब्जो में बयां नहीं होती !!

(३) कहीं दूर से एक बार सता दो मुझे !
मेरे तन्हाई का एहसास दिला दो मुझे !!
तुम तो रौशनी हो मेरे जिंदगी का....!
दिया हूँ मैं किसी दहलीज़ पर ही जला दो मुझे !!

(४) तेरी यादों के बिखरे टुकरे चुन कर !
गुजरे लम्हों की तस्वीर बाला लूँ...
अपनी हर ख़ुशी तेरे नाम लिख के !
तेरे दुखो को अपनी तक़दीर बना लूँ...

(५) रात की करवटों को बद-गुमानी हैं !
जो भी चाहे कर ले तेरी मन मानी हैं !!
सवरता हैं इश्क रात की जुल्फों में !
प्यार से लिपटने की चाहत ही जिंदगानी हैं !!

30 मार्च 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 53)

(१) वो जो सर झुकाए बैठे हैं !
हमारा दिल चुराए बैठे हैं !!
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो...!
उसने बोली, हम तो हाथो में मेहँदी लगाये बैठे हैं !!

(२) हाथो पे उल्फत के फसाने नहीं आते !
जो बीत गया फिर वो ज़माने नहीं आते !
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द !
कोई फरिश्ता यहाँ साथ निभाने नहीं आते !!

(३) किसी का दर्द जब हद से गुज़र जाता हैं !
समुन्दर का पानी आँखों में उतरा आता हैं !!
कोई बना लेता हैं रेत पर घर....!
किसी का लहरों में सब कुछ बिखर जाता हैं !!

(४) अपने दिल में हमारे लिए भी प्यार रखना !
प्यारा सा रिश्ता यूँही बरकरार रखना !!
ये सच हैं हम गैर सही आपके लिए !
पर उनके बिच हमारा भी ख़याल रखना !!

(५) उम्मीद के कश्ती को डुबोया नहीं करते !
मंजिल दूर हो तो रोया नहीं करते !!
रखते हैं अगर तम्मना कुछ पाने की !
वो लोग रात को भी सोया नहीं करते !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 52)

(१) इतना सजाओ मेरे जनाज़े को यारो !
की उनकी आँखों से आंसू न आए !!
सारी उम्र तो नफरत थी उन्हें हमसे !
कम से कम जनाज़ा से तो रूठ कर न जाए !!

(२) दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया !
रखा जो तुझे याद बुरा तो नहीं किया !!
हमसे तुम हो नाराज़ किस लिए ?!
हमने कभी तुम्हे खफा तो नहीं किया ?!!

(३) दर्द दिल का अब सहा नहीं जाता !
बिन तेरे अब रहा नहीं जाता !!
लोग कहते हैं बेवफा तुझको !
मुझसे ये भी कहा नहीं जाता !!

(४) दिल जिसे भूलना चाहता हैं !
हर बात पे वाही क्यों याद आता हैं ?!
लम्हा - लम्हा तड़प जाते हैं हम !
जब भी लावो पे उसका नाम आता हैं !!

(५) ग़म कभी ख़त्म नहीं होता !
ये बताने से भी कम नहीं होता !!
ये तो हमसफर हैं उन तनहा दिलो का !
जिसके साथ उनका हमदम नहीं होता !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 51)

(१) दोस्ती जीने का पैगाम होती हैं !
दोस्ती सब रिश्तो से अनजान होती हैं !!
बीना दोस्ती का जीना बहुत ही मुश्किल हैं !
क्योकि एक दोस्त में दुसरे दोस्त की जान होती हैं !!

(२) कैसे कहे की जिंदगी क्या देती हैं !
हर कदम पे ये दगा देती हैं !!
जिनकी जान से भी ज्यादा किम्मत हो दिल में !
उन्ही से दूर रहने की सजा देती हैं !!

(३) उसे दिल की हर बात सुनाना चाहूँ !
उसे मैं अपना बनाना चाहूँ !!
मुझे आज भी हैं याद कुछ वो हसीन लम्हे !
जिसे भूल के भी मैं भुला न पाऊ !!

(४) सपना मैं ये कैसा संजो लिया !
उसे पाने की चाह में सबकुछ खो दिया !!
लोगो ने कहा मेरे दर्द का इलाज हैं रब के पास !
जब जख्म दिखाया तो रब भी रो दिया !!

(५) आपकी ख़ुशी की चाह करते हैं !
बस इतना सा गुनाह करते हैं !!
आज आपकी इंतज़ार में बैठे हैं हम !
देखना हैं आप हमें कब याद करते हैं !!

28 मार्च 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 50)

(१) दिल की तड़प आँखों से बया कर दूँ!
तू कहे तो जिंदगी तेरे नाम कर दूँ !!
मांगले आज तेरे दिल में जो भी हैं !
सब कुछ मैं अपना तुझपे कुर्बान कर दूँ !!


(२) प्यार कर के तेरी बेवफाई देख ली !
तू खामोश खरी रही मेरा आशियाँ उजर गया !!
दर्द गहरा हैं अब सहा नहीं जाता...
देखा तुझे और प्यार की दुहाई देख ली !!


(३) उनकी एक नज़र को तरसते रहेंगे !
ये आँशु हर पल बरसते रहेंगे !!
कभी बीते थे कुछ पल उनके साथ !
बस यही सोचके हम हँसते रहेंगे !!


(४) दिल में हो प्यार जब किसी के लिए !
उस प्यार को भूल से भी न भुलाना !!
क्योकि प्यार को रुलाने वाले एक दिन !
खुद उसी प्यार के लिए रोते हैं !!


(५) दिल जिसे भुलाना चाहता हैं !
हर बात पे वही क्यों याद आता हैं !!
लम्हा - लम्हा हम तड़प जाते हैं ॥
जब भी लवों पे उनका नाम आता हैं !!

26 मार्च 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 49)

(१) दिल की दहलीज़ पर दस्तक अब न दे !
कोई नया ज़ख्म नया फरेब अब न दे !!
बेवफ़ा थे तो क्यों गए थे रूठ के....
तू बेवफ़ा हैं वफ़ा का भरम अब न दे !!

(२) चाहते थे उन्हें पर इज़हार न कर सके !
कट गई उम्र हम एकरार न कर सके !!
हमारी भी ये कैसी मज़बूरी थी.....
ज़ुबान तो थी पर इस्तेमाल न कर सके !!

(३) इंसान के कंधे पर इंसान जा रहा हैं !
कपड़े में लिपटा कुछ सामान जा रहा हैं !!
उसे मिली बेवफ़ाई प्यार में...
अब प्यार की तलास में शमशान जा रहा हैं !!

(४) दिल की किताब इस तरह बनाई हैं !
हर पन्नो पर आपकी याद समाई हैं !!
कही फट न जाए एक भी पन्ना....
इसलिए हर पन्ने पर दोस्ती की लेमिनेसन कराई हैं !!

(५) दोस्ती कोई खोज नहीं होती !
दोस्ती हर किसी से रोज नहीं होती !!
अपनी जिंदगी में मेरी मौजूदगी बेवजह समझना !
क्योंकि पलकें कभी आँखों पे बोझ नहीं होती !!

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 48)

(१) तकदीर के रंग कितने अजीब होते हैं !
अज़नबी रिश्ते हो फिर भी करीब होते हैं !!
किसी को दोस्त आपके जैसा नहीं मिला !
मुझे अंजाने में आप मिले ये मेरा नसीब हैं !!

(२) क्यों कोई चाह कर भी मोहब्बत निभा नहीं पाता !
क्यों कोई चाह कर भी रिश्ता बना नहीं पाता !!
क्यों लेती हैं जिंदगी ऐसी करवट...
कोई चाह कर भी प्यार जता नहीं पाता !!

(३) कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बन कर !
वो मिलते भी हैं तो एक किनारा बनकर !!
हर ख्वाब हैं कांच की तरह टूटे....
एक यकिन ही हैं साथ सहारा बन कर !!

(४) वो हमें राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं !
खुद ब-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !!
जिंदगी तू ने तो हमसे वफ़ा न की....
फिर भी हम तुझे ठुकराए ये जरुरी तो नहीं !!

(५) आज मोहब्बत से मुलाकात हो गई !
मेरे दिल की बातों में वो इस कदर खो गई !!
जब पूछा मैंने की आती हैं याद मेरी...
तो वो खामोश होकर मेरी बाहों में सो गई !!

18 मार्च 2011

रंगों के त्योहार होली की हार्दिक बधाई....



(१) दिल ने एक बार और हमारा कहना माना हैं!
इस होली पे फिर उनसे रंगने जाना हैं !!
हर साल खेलते हैं होली, इस बार भी करली तैयारी !
इस बार खेलना मेरे साथ, देखना राह हमारी !!
नीला हरा लाल गुलाबी, ये सब एक बहाना हैं !
होली का हो दिन या कुछ और हमें तो तुमसे मिलने आना हैं !!


(२) होली के पावन उत्सव पर, आओ फिर से मौज मनाए !
लाल - पीला, हरा - गुलाबी आओ सबको रंग लगाए !!
चेहरा काला, फटा पैजामा, देखो ये क्या हाल हो गया !
मैं जब उनकी गलियों से गुजरा, वो भी हम पर मुस्कुराए !!


(३) होली के रंग मस्त बिखरेंगे...
क्योकि पिया के संग हम भी तो भींगेगे..
होली में इस बार तो और भी रंग होंगे...
क्यों की मेरे पिया भी तो मेरे संग होंगे...


(४) गुल ने गुलशन से गुलफाम भेजा हैं...
सितारों ने आसमान से सलाम भेजा हैं...
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार..
हमने दिल से आपके लिए ये पैगाम भेजा हैं...

(५) अपने रंग में रंग दो उनको..
चेहरा जिनका भाता तुमको !
हम तो कब के रंग चुके..
जब से उनकी नयना झुके !!
आज सजी रंगोली हैं..
रंगों में सिमटी होली हैं !
खुशियों में डूबी होली हैं...
बुरा न मानो होली हैं !!

17 मार्च 2011

होली की हार्दिक बधाई....


(१) रंग उराए पिचकारी....
रंग से रंग जाए दुनियाँ सारी...
होली के रंग आपके जीवन को रंग दे...
ये शुभ-कामनाएँ हैं हमारी....

(२) इस से पहले की रंगों का त्योहार सुरु हो जाए...
बधाईयों का सिलसिला आम हो जाए....
रंगों में हमारा नाम खो जाए....
क्यों न होली की अभी से राम - राम हो जाए...

(३) रंगों के त्योहार में...
सभी रंगों की हो भरमार...
ढ़ेर सारी खुशियों से...
भरा हो आपका संसार...
यही दुवा हैं हमारी भगवान से हर बार...

(४) त्योहार ये रंग का..
त्योहार ये भांग का...
मस्ती में मस्त हो जाओ आज...
दोगुना मज़ा हैं यार के संग का...

(५) होली के दिन की ये मुलाकात याद रहेगी...
रंगों की ये बरसात याद रहेगी...
आप को मिले ये रंगीन दुनियाँ हमेशा...
दिल में मेरे ये हमेशा फरियाद रहेगी...

आप सबो को रंगों के त्योहार होली की हार्दिक बधाई....

  © Shero Shairi. All rights reserved. Blog Design By: Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP